
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को 7 हजार 720 लेखपालों को नियुक्ति पत्र बांटे. ये नौजवान खुशनसीब हैं कि इन्हें दो साल के भीतर नौकरी का किसी तरह नियुक्ति पत्र मिल गया. जिस वक्त मुख्यमंत्री नियुक्ति पत्र बांटकर पुरानी सरकार में लटकते नियुक्तियां याद करा रहे थे, तब इसी जगह से कुछ किमी की दूरी पर यूपी SSSC दफ्तर पर सैकड़ों बेरोजागर प्रदर्शन कर रहे थे.
दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी पर हमला करते हुए कहा कि चाचा-भतीजा की जोड़ी 2017 से पहले हुई सरकारी भर्ती प्रक्रिया में भ्रष्ट आचरण में लिप्त थी. उन्होंने कहा कि 2022 में, राजस्व विभाग ने अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से नियुक्ति प्रक्रिया में तेजी लाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, "आयोग ने पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ चयन प्रक्रिया का संचालन किया. हालांकि, हमेशा कुछ ऐसे लोग होते हैं जो हर अच्छी पहल में बाधा डालने की कोशिश करते हैं."

मुख्यमंत्री ने उत्तराधिकार, नामांतरण और भूमि पैमाइश से संबंधित कार्यवाही समय से पूरी करने के महत्व पर जोर दिया. सीएम योगी ने कहा कि आपको लोगों के बीच अपनी सकारात्मक छवि बनाए रखनी चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि लेखपाल के नाम से लोगों में डर पैदा न हो. ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में अक्सर छोटे-मोटे भूमि विवादों को लेकर हिंसक घटनाएं होती रहती हैं. समय पर पैमाइश और सीमांकन से ऐसे विवादों को रोका जा सकता है.
जब सीएम संबोधन दे रहे थे तब जूनियर इंजीनियर अभ्यर्थियों ने UPSSSC कार्यालय का घेराव किया. धरना दिया और 2018 JE रिक्ति में रिजल्ट घोषणा की मांग की. इस दौरान प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों के हाथ में पोस्ट थे. इन पर लिखा था, "एक छोटी सी नौकरी का तलबदार हूं. मैं तुमसे कुछ और मांगू तो गुनहागर हूं."

2018 में निकली भर्ती, रिजल्ट आज तक घोषित नहीं
दरअसल, उत्तर प्रदेश में सन 2018 में जूनियर इंजीनियर की 1477 पदों पर भर्ती आई थी. जिसका पेपर अप्रैल 2022 में हुआ था. डॉक्यूमेंट जांच अगस्त/सितंबर 2023 में हुई थी. फिर बताया गया नवंबर 2023 में अंतिम चयन परिणाम आ जाएगा. लेकिन तब से आज तक सिर्फ तारीख पर तारीख मिलती रही है. यानी 2018 की जूनियर इंजीनियर भर्ती जुलाई 2024 में पूरी नहीं हो पाई. बच्चे ही नहीं, यहां अपने बच्चों की नौकरी के लिए संघर्ष मां भी कर रही हैं. प्रदर्शन के दौरान अभ्यर्थियों के साथ उनके परिजन भी नजर आए.
एक साल पहले भी आजतक ने उठाया था मुद्दा
आजतक ने इन्हीं बेरोजागोरों की नौकरी का मुद्दा 13 जुलाई 2023 को उठाया था. आज एक साल हो गए. लेकिन स्थिति जस की तस है. आयोग दावा करता है कि जल्द ही एक बैठक करके समाधान निकालेंगे. भर्ती प्रक्रिया पूरी करेंगे. लेकिन वो तारीख कब आएगी, इसका सभी को इंतजार है.