शिक्षा मंत्रालय ने IIT, NIT और अन्य केंद्रीय वित्त पोषित तकनीकी संस्थानों में स्नातक इंजीनियरिंग कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) के लिए जेईई एपेक्स बोर्ड (JAB) की बोर्ड संरचना और प्रशासनिक ढांचे के पुनर्गठन के लिए एक आदेश पारित किया है. नोटिस के अनुसार, राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) परीक्षा पूर्व और बाद के कार्यों के लिए सभी सूचना प्रौद्योगिकी-संबंधित (सॉफ्टवेयर) समर्थन और बैक-एंड गतिविधियों का प्रबंधन करेगी, जिसमें आवेदन पत्र ऑनलाइन जमा करना भी शामिल है.
JEE Main 2024 के एग्जाम का शेड्यूल जारी हो चुका है. शिक्षा मंत्रालय के इस आदेश के बाद अब जेएबी ही जेईई मेन की परीक्षा आयोजित करेगा. बीएचयू के वीसी प्रोफेसर एसके जैन को जेएबी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. इसके अलावा आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी गुवाहाटी, आईआईटी मद्रास, एनआईटी राउरकेला, एनआईटी सुरथकल, आईआईआईटी हैदराबाद, आईआईआईटी (पीपीपी) लखनऊ, आईआईटीएम ग्वालियर के निदेशक, मध्य प्रदेश, असम/मणिपुर, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, सीबीएसई के अध्यक्ष, एनआईसी, एनटीए और सी-डैक के महानिदेशक व एमओई के अतिरिक्त सचिव/संयुक्त सचिव (टीई) को सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है. आधिकारिक नोटिस में कहा गया है कि एनटीए आवश्यकता पड़ने पर एनआईसी/सी-डैक से समर्थन मांग सकता है.
जानकारी के मुताबिक जेएबी के पास एक स्थायी सेक्रेटेरिएट होगा, जो राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा प्रदान किया जाएगा. जेएबी को जेईई इंटरफ़ेस ग्रुप द्वारा सहायता प्रदान की जाएगी. जिसमें एनटीए, आईआईटी से पांच सदस्य और संयुक्त एपेक्स बोर्ड द्वारा नामित भारतीय सांख्यिकी संस्थानों (आईएसआई) के एक वरिष्ठ प्रतिनिधि शामिल होंगे.
इसमें यह भी कहा गया है कि अब से जेएबी, जेईई (मेन) के संचालन के लिए नीतियों, नियमों, विनियमों को स्थापित करने के लिए अंतिम प्राधिकारी होगा. यह जेईई (एडवांस्ड) आयोजन संस्था के साथ भी समन्वय करेगा. आपको बता दें कि जेईई मेन की परीक्षा हर वर्ष आयोजित की जाती है. इस परीक्षा में बड़ी संख्या अभ्यर्थी शामिल होते हैं. हालांकि, यन सिर्फ कुछ ही अभ्यर्थियों का हो पाता है. क्योंकि आईआईटी, एनआईटी और ट्रिपलआईटी सिर्फ निर्धारित सीटें ही हैं.