CBSE Class 12 Private Compartment Exam 2021: सीबीएसई 12वीं एग्जाम कैंसिल होने के बाद बोर्ड ने इवैल्यूएशन पॉलिसी जारी की है. इसमें 11वीं के अंकों का वेटेज देने को लेकर छात्र सवाल उठा रहे हैं. वहीं कंपार्टमेंट एग्जाम रद्द कराने की मांग को लेकर छात्र सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुके हैं. आज छात्रों की उलझनें सुलझाने को लेकर केंद्रीय शिक्षामंत्री रमेश पोखरियाल निशंक छात्रों से रूबरू होंगे. अब देखना यह है कि शिक्षामंत्री कंपार्टमेंट एग्जाम को लेकर क्या फैसला सुनाते हैं.
दरअसल प्राइवेट और सीबीएसई कक्षा 12 कंपार्टमेंट परीक्षा के छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट में फिजिकल एग्जाम रद्द कराने के निर्देश मांगे हैं. छात्रों की मांग है कि उनका रिजल्ट भी आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर किया जाए जो फॉर्मूला सीबीएसई ने अपनाया है उसी के जरिए उन्हें भी पास किया जाए.
एक यूजर ने लिखा कि आप सीबीएसई प्राइवेट एग्जाम को लेकर भी विचार करें. जब सभी परीक्षाएं कैंसिल कर दी गईं, वहीं सीबीएसई प्राइवेट स्टूडेंट्स पर एग्जाम देने का दबाव क्यों डाला जा रहा है.
बता दें कि शिक्षामंत्री ने कहा था कि मुझे आपके बहुत सारे संदेश और सूचनाएं लगातार मिल रही हैं. आपकी आशंकाएं आपके संदेशों में भी व्यक्त हुई हैं. अगर आपके पास सीबीएसई परीक्षा से संबंधित कोई भी प्रश्न है, तो आप मुझे टि्वटर, फेसबुक या मेल द्वारा भी भेज सकते हैं. उन्होंने ट्वीट पर लिखा कि सीबीएसई परीक्षा से जुड़ी छात्रों के मन में जो भी संदेह हैं, उसका मैं 25 जून 2021 को शाम 4 बजे सोशल मीडिया के माध्यम से आपको जवाब देने का प्रयास करूंगा. उनके ट्वीट के जवाब में प्राइवेट और कंपार्टमेंट एग्जाम के छात्रों ने अपनी प्रतिक्रिया दी.
बता दें कि सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने हाल ही में 1 जून को बोर्ड परीक्षा रद्द होने के बाद कक्षा 12 के छात्रों के मूल्यांकन के लिए मार्किंग स्कीम की घोषणा की थी. मार्किंग स्कीम के अनुसार 30:30:40 के फार्मूले के आधार छात्रों का मूल्यांकन कक्षा 10, 11 और 12 में उनके द्वारा प्राप्त अंकों के आधार पर किया जाएगा.
कक्षा 12 का रिजल्ट कक्षा 10 बोर्ड परीक्षा में तीन सबसे ज्यादा अंक वाले विषय, कक्षा 11 की परीक्षा में प्राप्त अंक और कक्षा 12 में यूनिट टेस्ट/मिड टर्म/प्री बोर्ड में प्राप्त अंकों के आधार पर तैयार किया जाएगा। यह मार्किंग स्कीम छात्रों के लिए एक चिंता का विषय बन गया है. अधिकतर छात्र कक्षा 12 का रिजल्ट तैयार करने में कक्षा 11 के अंक जोड़े जाने को लेकर नाखुश हैं. उनका मानना है कि कक्षा 11 के अंक की वजह से उनके कक्षा 12 के परिणाम पर असर पड़ सकता है.