UPSC Success Story: IPS मनोज शर्मा की यूपीएससी जर्नी से प्रेरित फिल्म '12th Fail' को दर्शकों ने खूब पसंद किया है. बॉलीवुड एक्टर विक्रांत मैसी स्टारर फिल्म में भारत की कठिन और प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा (UPSC Civil Services Exam) की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के संघर्ष को बहुत करीब से दिखाया गया है. '12वीं फेल' मनोज कुमार शर्मा ने दो बार फेल होने के बाद हार नहीं मानी और साल 2005 में अपने तीसरे अटेंप्ट में यूपीएससी एग्जाम क्लियर किया था. ऐसी ही कहानी है ईश्वर लाल गुर्जर की, जिन्होंने 10वीं में फेल होने बाद हार नहीं और यूपीएससी एग्जाम क्रैक किया था.
राजस्थान के के भीलवाड़ा जिले के भांबरा का बाडिया गांव के रहने वाले ईश्वर गुर्जर की जर्नी भी युवाओं को मोटिवेट करती है. उन्होंने कभी हार नहीं मानी और चौथे प्रयास में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2022 में ऑल इंडिया 644वीं रैंक हासिल की थी.
10वीं में हुए थे फेल तो किसान पिता ने किया मोटिवेट
ईश्वर लाल गुर्जर ने आजतक से बातचीत में बताया था कि वे साल 2011 में 10वीं क्लास में फेल हो गए थे. इसके बाद उनके किसान पिता सुवालाल गुर्जर ने उन्हें मोटिवेट किया. उन्होंने ईश्वर से कहा कि इतनी जल्दी पढ़ाई से घबराने की जरूरत नहीं है, एक बार फेल होने पर हिम्मत नहीं हारते, शिक्षा महत्व तुम आज भले न समझो पर भविष्य में जरूर समझोगे.
दोबारा की 10वीं, फिर टीचर भी बने
इसके बाद ईश्वर ने दोबार 10वीं क्लास में एडमिशन लिया और 2012 में 54% अंकों से परीक्षा पास की. इसके बाद उन्होंने राजयकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल 68 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं परीक्षा पास की. उन्होंने महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी अजमेर से डिस्टेंस से बीए किया और 2019 में ग्रेड थर्ड टीचर बनकर अपने गांव के पास ही रूपरा के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाने लगे.
बिना कोचिंग क्रैक किया यूपीएससी एग्जाम
ईश्वर लाल गुर्जर टीचर तक ही नहीं रुके, उन्होंने टीचर बनने के बाद यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. स्कूल स्टाफ ने भी उनका पूरा सहयोग किया. वे दिन में स्कूल में पढ़ाते थे और फिर घर आकर यूपीएससी एग्जाम की तैयारी करते थे.
नहीं मानी हार, चौथे अटेंप्ट में बने अफसर
ईश्वर ने बताया कि वह सिविल सेवा परीक्षा में चौथे प्रयास में सफल हुए हैं. वर्ष 2019 में प्री में फेल हो गए थे जबकि 2020 में इंटरव्यू तक पहुंचे, मगर सफलता नहीं मिली. 2021 में फिर फेल हो गए फिर भी हताश नहीं हुए. अब चौथे प्रयास में 2022 की परीक्षा में 644वीं रैंक हासिल कर अभी रुके नहीं हैं. वे रैंक सुधारने के लिए फिर से यूपीएससी परीक्षा देना चाहते हैं.