इंसानों को हमेशा से ऊंची चीजें पसंद रही है. इसका सबूत मिस्र में सदियों पहले बनी प्राचीन पिरामिड हैं. यही वजह है कि लोग ऊंची मीनरें, ऊंची बिल्डिंग और आसमान को छूती मूर्तियों का निर्माण करते रहे हैं. ऐसे में जानते हैं कि दुनिया की 5 सबसे ऊंची मूर्तियां कहां हैं और इससे जुड़ कौन से फैक्ट इसे खास बनाते हैं.
जब भी ऊंची मूर्तियों का जिक्र आता है तो जेहन में स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी का नाम कौंधता है. अमेरिका के न्यूयॉर्क में स्थित ये मूर्ति के पास किसी जमाने में दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति होने का खिताब था, लेकिन अब ऐसा नहीं है. अब ये तमगा भारत में स्थापित सबसे ऊंचे स्टैच्यू को मिल गया है.
1. भारत में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी गुजरात में नर्मदा नदी के तट पर स्थित है. यह भारत के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा है. इसकी ऊंचाई 597 फीट यानी 181 मीटर है. यह दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है. यह करीब चार स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी के बराबर ऊंची है. इसका उद्घाटन 2018 में किया गया था. भारत के अलग-अलग रियासतों को एक करने वाले सरदार पटेल के सम्मान में इसका निर्माण किया गया है.

2.चीन स्थित स्प्रिंग टेंपल पर बुद्ध की प्रतिमा
चीन के स्प्रिंग टेंपल स्थित भगवान बुद्ध की प्रतिमा दूसरी सबसे ऊंची मूर्ति है. इसकी ऊंचाई 420 फीट यानी 128 मीटर है. तांबे की इस विशाल प्रतिमा को बनाने में 11 वर्ष लग गए थे. 1997 से 2008 तक इसका निर्माण चला था. इसके बाद जब तक की भारत में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का निर्माण नहीं हुआ, करीब एक दशक तक दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा होने का खिताब इसी के पास था.
3. इंडोनेशिया में गरुड़ विष्णु केनकाना (गरुड़ पर बैठे भगवान विष्णु की प्रतिमा)
इंडोनेशिया में भगवान विष्णु की प्रतिमा भी दुनिया की 10 विशाल प्रतिमाओं में एक है. इसे हिंदू देवता की सबसे ऊंची मूर्ति होने का खिताब मिला है. यह इंडोनेशिया के बाली में स्थित है. यह 393 फीट यानी 120 मीटर ऊंची है. इसका निर्माण 1990 में शुरू हुआ था, लेकिन इसका उद्घाटन 2018 में हुआ. इसके डिजाइन से लेकर निर्माण तक में 28 साल लग गए.

4. जापान स्थित उशिकु दाइबुत्सु (भगवान बुद्ध की प्रतिमा)
दुनिया की चौथी सबसे ऊंची मूर्ति भी भगवान बुद्ध की है, जो जापान में स्थित है. इसका नाम उशिकु दाइबुत्सु है. यह विश्व की सबसे ऊंची कांसे की मूर्ति है. 1995 में इसने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया था. इसकी ऊंचाई भी 120 मीटर है.
5. म्यांमार का लेक्युव सेक्या
म्यांमार में स्थापित यह प्रतिमा भी भगवान बुद्ध की है. इसके निर्माण में भी 12 वर्ष लग गए थे. 2008 में इसका अनावरण हुआ था. इसकी ऊंचाई 380 फीट यानी 115 मीटर है. यह स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी से करीब ढाई गुना ऊंची मूर्ति है और दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची प्रतिमा है.

6. राजस्थान स्थित विश्वास स्वरूम (भगवान शिव की प्रतिमा)
दुनिया की 10 सबसे ऊंची मूर्तियों में भगवान शिव ये प्रतिमा भी शामिल है. यह भारत के राजस्थान में बनाई गई है. इस प्रतिमा का नाम विश्वास स्वरूपम है. इसकी ऊंचाई 369 फीट यानी 112 मीटर है. यह राजस्थान के नाथद्वार में स्थित है और 12 मील दूर से दिखाई देती है. इसका निर्माण 2022 में पूरा हुआ था.