3 दिसंबर 1992 को इतिहास में पहला एसएमएस (शॉर्ट मैसेज सर्विस) भेजा गया था. यह संदेश 22 वर्षीय इंजीनियर नील पापवर्थ ने वोडाफोन नेटवर्क के जरिए अपने सहकर्मी रिचर्ड जार्विस के मोबाइल फोन पर भेजा था. इस संदेश में लिखा था - 'मेरी क्रिसमस'. इसे भेजने के लिए एक पर्सनल कंप्यूटर का उपयोग किया गया था.
नील पापवर्थ उस समय एंग्लो-फ़्रेंच आईटी सेवा कंपनी सेमा ग्रुप टेलीकॉम के लिए काम कर रहे थे। वे वोडाफोन यूके के लिए "शॉर्ट मैसेज सर्विस सेंटर" (SMSC) विकसित करने वाली टीम का हिस्सा थे. उस समय, इन शॉर्ट मैसेज को पेजिंग सेवा के रूप में इस्तेमाल करने की योजना बनाई गई थी. लंदन के पश्चिम में एक साइट पर सिस्टम स्थापित करने के बाद, पापवर्थ ने कंप्यूटर टर्मिनल पर बैठकर वोडाफ़ोन के निदेशक रिचर्ड जार्विस के मोबाइल फ़ोन पर सरल संदेश भेजा, जो एक छुट्टी पार्टी में भाग ले रहे थे.
मैरी क्रिसमस था पहला मैसेज
नील पापवर्थ ने बाद में कहा कि यह मेरे लिए कोई बड़ी बात नहीं थी. मैं बस अपना काम कर रहा था और यह सुनिश्चित कर रहा था कि हमारा सॉफ्टवेयर, जिसे हम लंबे समय से विकसित कर रहे थे, सही से काम कर रहा है या नहीं. हालांकि, उस समय मोबाइल फोन संदेशों का उत्तर नहीं भेज सकते थे. इसलिए कुछ ही समय बाद, पापवर्थ को क्रिसमस पार्टी से एक फोन आया, जिसमें उन्हें बताया गया कि भेजा गया संदेश सफलतापूर्वक मिल गया. लेकिन यह सफलता टेक्स्ट मैसेजिंग की दुनिया में एक बड़ा कदम था.
शुरुआत में सिर्फ एक ही नेटवर्क में भेजे जाते थे एसएमएस
एक साल बाद, नोकिया ने एसएमएस सुविधा वाले पहले मोबाइल फोन को लॉन्च किया. प्रारंभिक दिनों में, संदेशों की सीमा 160 अक्षरों तक सीमित थी और वे केवल उसी नेटवर्क के भीतर भेजे जा सकते थे. अलग-अलग फोन नेटवर्क कंपनियों के बीच 1999 में एसएमएस संदेश भेजने की सुविधा शुरू हुई, जिससे इसका उपयोग तेजी से बढ़ा.
मैसेज के शब्दों की सीमा थी सीमित
टेक्स्टिंग की लोकप्रियता बढ़ाने में T9 प्रिडिक्टिव टेक्स्ट सिस्टम और प्रीपेड फोन प्लान्स का महत्वपूर्ण योगदान रहा. 160-अक्षरों की बाध्यता के कारण, साथ ही संख्यात्मक कीपैड के साथ टाइप करने की बोझिल प्रक्रिया के कारण, शब्दों को छोटा करके लिखने और स्लैंग की एक पूरी 'भाषा' एसएमएस के जरिए से विकसित हो गई और इंटरनेट-आधारित मैसेजिंग में फैल गई.
2012 के बाद से घट गई एसएमएस की लोकप्रियता
टेक्स्टिंग के जन्मस्थान यूनाइटेड किंगडम में, एसएमएस मैसेजिंग की लोकप्रियता में जबरदस्त उछाल आया. फरवरी 2001 तक यूनाइटेड किंगडम में हर महीने 1 अरब एसएमएस भेजे जा रहे थे, जिससे कंपनियों को प्रति माह 100 मिलियन पाउंड का मुनाफा हो रहा था. 2010 तक, अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ ने बताया कि हर मिनट 200,000 टेक्स्ट संदेश भेजे जा रहे थे, लेकिन 2012 तक, दुनिया भर में टेक्स्टिंग में लगातार गिरावट देखी जाने लगी. क्योंकि इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप्स के कारण एसएमएस का चलन धीरे-धीरे कम होने लगा. फिर भी, एसएमएस का यह योगदान आधुनिक डिजिटल संचार के विकास में बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है.
यह भी पढ़ें: 15 नवंबर: जब वॉल स्ट्रीट पर लगा पहला टिकर, निवेशकों को मिला था रियल टाइम स्टॉक अपडेट
प्रमुख घटनाएं
3 दिसम्बर 1967 को 53 वर्षीय लुईस वाशकैन्स्की को दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन स्थित ग्रूट शूअर अस्पताल में प्रथम मानव हृदय प्रत्यारोपण किया गया.
3 दिसम्बर 1829 - वायसराय लॉर्ड विलियम बैंटिक ने भारत में सती प्रथा पर रोक लगायी
3 दिसम्बर 1882 भारत के एक प्रसिद्ध चित्रकार नंदलाल बोस का जन्म हुआ था.
3 दिसंबर, 1984 को भोपाल गैस त्रासदी हुई थी. इस रासायनिक दुर्घटना में यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड (यूसीआईएल) के कीटनाशक संयंत्र से जहरीली गैस रिसकर हवा में घुल गई थी.