फासीवाद या फासिस्टवाद इटली में बेनितो मुसोलिनी द्वारा संगठित फासिओ डि कंबैटिमेंटो का राजनीतिक आंदोलन था जो मार्च, 1919 में प्रारंभ हुआ. इसकी प्रेरणा और नाम सिसिली के 19वीं सदी के क्रांतिकारियों-फासेज़ से ग्रहण किए गए. मूल रूप में यह आंदोलन समाजवाद या साम्यवाद के विरुद्ध नहीं, बल्कि उदारतावाद के विरुद्ध था.
(1) फासिस्ट प्रथम विश्वयुद्ध के बाद मित्र राष्ट्रों से असंतोष और सैनिकों की छटनी से पैदा हुए अराजक हालात को सुधारने के लिए मुसोलिनी ने भूतपूर्व सैनिकों की मदद से मिलान में एक संगठन बनाया जिसे फासिस्ट कहा जाता है.
(2) फासिज्म का उदय सर्वप्रथम इटली में हुआ.
(3) फासीवाद दल के स्वंयसेवक काली कमीज रंग की कमीज पहनते थे.
(4) फासिज्म का जन्मदाता मुसोलिनी को माना जाता है.
(5) मुसोलिनी ने डियाज को सेना का अधिकारी नियुक्त किया.
(6) जापान और जर्मनी के साथ मुसोलिनी ने रोम-बर्लिन-टोकियो धुरी (1939 ई.) का निर्माण किया.
(7) मुसोलिनी ने दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान मित्र राष्ट्रों के खिलाफ 10 जून 1939 ई. में युद्ध का एलान किया.
(8) मुसोलिनी का जन्म 1883 ई. में रोमाग्ना में हुआ.
(9) मुसोलिनी के दल का नाम फासिस्टवाद था.
(10) ड्यूस के नाम से मुसोलिनी को पुकारा जाता था.
(11) फासीवादी राष्ट्रवाद का समर्थन करते थे.
(12) मुसोलिनी द्वारा बनाए गए निगमों की संख्या 22 थी.
(13) राष्ट्रीय निगम परिषद् का अध्यक्ष मुसोलिनी था. जिसकी सदस्यों की संख्या 500 थी.
(14) ग्रैण्ड कौंसिल ऑफ फासिस्ट पार्टी के सदस्यों की संख्या 25 थी.
(15) मुसोलिनी ने अक्टूबर 1922 ई. में रोम पर और 1935 ई. में अबीसीनिया पर आक्रमण किया.
(16) इटली में फासीवाद का अंत 28 अप्रैल 1945 ई. को माना जाता है.