JEE Advanced Exam 2023: देश के टॉप आईआईटी में दाखिले की राह इतनी आसान नहीं होती है. जेईई मेन निकालने वाले छात्र इसके लिए पूरी स्ट्रेटजी बनाकर तैयारी करते हैं. बड़ी संख्या में छात्र कक्षा 10वीं- 11वीं से ही आईआईटी जेईई यानी जेईई मेन के साथ ही जेईई एडवांस के एग्जाम की तैयारी शुरू कर देते हैं. छात्रों के सामने जेईई सिलेबस को पूरा करने के लिए एक इफेक्टिव स्ट्रैटजी बनाने की बहुत जरूरत होती है. आइए जानते हैं कैसे पूरा होता है आईआईटी में दाखिले का सपना.
IIT में दाखिले के लिए स्टूडेंट्स को सबसे पहले अपना पूरा सिलेबस पता होना चाहिए. उसे JEE के लिए क्या पढ़ना है, कैसे शुरुआत करनी है. बता दें कि 11 व 12वीं में आपको फिजिक्स, कैमेस्ट्री, मैथ्स की पढ़ाई के साथ ही जेईई का वृहद सिलेबस करना होता है. इसके लिए जेईई की तैयारी पहले ही शुरू करनी होगी. इसके बाद बारी आती है जेईई एडवांस की, जो आईआईटी में प्रवेश का रास्ता है. लेकिन इसका सिलेबस मेन से पूरी तरह अलग नहीं है. इन दोनों परीक्षाओं का सिलेबस लगभग समान है. बस क्वेश्चन का लेवल जेईई एडवांस में थोड़ा टफ होता है. इसलिए आपको जेईई मेन और जेईई एडवांस के लिए अलग से तैयारी करने की जरूरत नहीं है. दोनों की एक साथ तैयारी हो जाती है.
जेईई का स्टडी मेटेरियल्स
शुरुआत में ही यह तय करना होगा कि आप जेईई की तैयारी की किताबों, स्टडी मेटेरियल्स से पढ़ाई शुरू करना चाहते हैं, या किसी कोचिंग को ज्वॉइन करना है. यहां कोचिंग में आपको जेईई स्टडी मेटेरियल्स मिलेंगे जो सिलेबस को कवर करने के लिए बहुत होते हैं. कोचिंग मॉड्यूल में जेईई लेवल के अनुसार सभी थ्योरी और क्वेश्चन होंगे. एनसीईआरटी की किताबें भी इसकी तैयारी के लिए बहुत अच्छी मानी जाती हैं.
टाइम टेबल
जेईई की तैयारी के लिए आपको टाइम टेबल के मुताबिक आगे बढ़ना होगा. इसी से आप तय समय में अपने टारगेट को पा सकते हैं. यदि आप एक निश्चत शेड्यूल को फॉलो नहीं कर पा रहे तो फिर अपनी कंफर्ट लेवल के अनुसार आगे बढ़ें. आप हर दिन स्टडी के लिए एक वक्त निर्धारित करें. जब भी आप पढ़ाई करें तो आपको पूरी एकाग्रता के साथ पढ़ाई करनी चाहिए. हर तरह के डिस्ट्रैक्शन से दूर रहकर अपने डेली या वीकली टारगेट को पूरा करना बहुत अहम है.
क्या है बेहतर ऑप्शन?
जेईई की तैयारी के लिए 10+2 की शुरुआत के साथ ही कोचिंग को बेहतर ऑप्शन कहा जाता है. लेकिन इसके साथ ही पढ़ाई का तरीका एकदम शेड्यूल में होना चाहिए. मसलन आप पढ़ाई करते हुए बीच-बीच में छोटे-छोटे ब्रेक लें. यदि आप पढ़ाई के बीच में ब्रेक नहीं लेते हैं, तो आपको तैयारी के दौरान थकान महसूस होगी. पढ़ाई में ध्यान और एकाग्रता बनाए रखने के लिए लंबे अध्ययन के घंटों के बीच छोटे-छोटे ब्रेक लें. इस दौरान वॉक या अपनी पसंद का कोई गेम चूज कर सकते हैं.
IIT-JEE की तैयारी के दौरान रिवीजन सबसे जरूरी है. इसमें विषयों को एक बार समझने के बाद प्रॉब्लम्स को सॉल्व करते हैं. उसके बाद पुराने कॉन्सेप्ट न भूलें इसके लिए लगातार रिवीजन जरूरी है. अपने रूम की एक दीवार पर उसके लिए नोटिस बोर्ड में महत्वपूर्ण बिंदुओं को लिखकर रख सकते हैं ताकि रिवीजन करने में आसानी रहे. इसे आप वीकली दोहरा सकते हैं.
जेईई मेंस में टॉप 20 पर्सेंटाइल को 23 आईआईटी में 16000 सीटों के लिए प्रवेश के लिए जेईई एडवांस परीक्षा 2021 में बैठने का अवसर मिलेगा. आईआईटी में प्रवेश जेईई (उन्नत) में श्रेणी-वार ऑल इंडिया रैंक (AIR) के आधार पर होगा.