DU Admissions 2023: दिल्ली विश्वविद्यालय ने गुरुवार को घोषणा की कि CSAS पोर्टल पर स्नातकोत्तर प्रवेश के लिए पंजीकरण 27 जुलाई से शुरू होगा. छात्रों के पास पीजी पाठ्यक्रमों के लिए पंजीकरण करने के लिए 10 अगस्त तक का समय होगा. इच्छुक छात्र डीयू प्रवेश 2023 प्रक्रिया के लिए आधिकारिक वेबसाइट admission.uod.ac.in पर पंजीकरण कर सकते हैं.
डीयू द्वारा जारी आधिकारिक कार्यक्रम के अनुसार, पहली एलोकेशन लिस्ट 17 अगस्त को शाम 5 बजे जारी होगी और उम्मीदवारों के पास अपनी एलोकेटेड लिस्ट को स्वीकार करने के लिए 20 अगस्त तक का समय होगा. पहली सूची के लिए फीस के लिए ऑनलाइन भुगतान की अंतिम तिथि 22 अगस्त (शाम 4:59 बजे) है.
इसके बाद, दूसरी एलोकेशन लिस्ट 25 अगस्त को शाम 5 बजे जारी की जाएगी और उम्मीदवारों को 28 अगस्त तक का समय दिया जाएगा. दूसरी लिस्ट के अंगेस्ट पेमेंट करने की अंतिम तिथि 30 अगस्त है और एमआई एंट्री प्रोसेस 31 अगस्त की शाम 5 बजे से 1 सितंबर की शाम 4:59 बजे तक खुला रहेगा. तीसरी एलोकेशन लिस्ट 4 सितंबर को जारी होगी और उम्मीदवारों के पास एलोकेशन लिस्ट को स्वीकार करने के लिए 7 सितंबर तक का समय होगा.
विश्वविद्यालय खाली सीटों की अवेलिबिलिटी अगर होती है तो इसी आधार पर और अधिक राउंड की घोषणा कर सकता है. विश्वविद्यालय ने यह भी घोषणा की है कि स्नातकोत्तर कार्यक्रमों के लिए कक्षाएं 1 सितंबर से शुरू होंगी. वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय में स्नातक दाखिलों की दौड़ अपने अंतिम पड़ाव पर है. अब दिल्ली यूनिवर्सिटी की CUET कटऑफ की पहली लिस्ट 1 अगस्त को आएगी. इसके बाद 16 अगस्त से शैक्षणिक सत्र शुरू हो जाएगा. डीयू यूजी कोर्सेज में आवेदन बंद कर दिए गए हैं. यूजी कोर्सेज के लिए इस साल डीयू में दो लाख से ज्यादा आवेदन मिले हैं.
PG कोर्सेज के दो प्रोग्राम होंगे
पीजी कोर्सेज को लेकर आजतक से बातचीत में डीयू कुलपति प्रो योगेश सिंह ने कहा कि एनईपी 2020 को पीजी स्तर पर भी चरणबद्ध तरीके से पेश किया जाएगा. क्या एनईपी के कार्यान्वयन से दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा पेश किए जाने वाले पीजी पाठ्यक्रम और 2 वर्षीय पीजी/एमए पाठ्यक्रमों की अवधि प्रभावित होगी? इस सवाल पर प्रो योगेश सिंह ने कहा कि एनईपी के मुताबिक इसे सिर्फ 1 साल का लेवल रखने की सिफारिश की गई है. हालांकि, हम पीजी पाठ्यक्रम की प्रक्रिया में हैं या काम कर रहे हैं, लेकिन हम करीब 5-10 वर्षों के लिए 1 वर्ष और 2 वर्ष दोनों कार्यक्रम चलाएंगे. जो लोग 3 साल के बाद आते हैं वे 2 साल के लिए भी शामिल हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि विश्वविद्यालयों को कुछ समय के लिए दोनों कार्यक्रम चलाने चाहिए और इसीलिए हम इन्हें ऐसे चलाएंगे.