इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले ने फिर से इस सवाल को खड़ा कर दिया है कि आरुषि तलवार को मई 2008 में किसने मारा था. माता-पिता को हाईकोर्ट ने सबूतों के अभाव में संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया. सवाल सीबीआई की जांच पर भी है, जिसकी विशेष अदालत ने 2013 में उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई थी. तो क्या ये मान लें कि आरुषि को किसी ने नहीं मारा?