NIA arrest Maoist supporter: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने रविवार को तेलंगाना के जंगांव जिले से एक एक्टिविस्ट और पूर्व नक्सली को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि उसने प्रतिबंधित CPI (माओवादी) संगठन के समर्थन में बयान दिए हैं. NIA अधिकारियों के मुताबिक, ये बयान माओवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले थे. इसी आधार पर एजेंसी ने कार्रवाई की. मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा होने के कारण जांच एजेंसी ने सख्त रुख अपनाया है.
कौन हैं गडे इन्नैया उर्फ गडे इन्ना रेड्डी
गिरफ्तार किए गए शख्स की पहचान 64 वर्षीय गडे इन्नैया उर्फ गडे इन्ना रेड्डी के रूप में हुई है. वह भारत बचाओ संगठन का प्रतिनिधि भी बताया जा रहा है. NIA ने उन्हें गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम यानी UAPA और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराओं में आरोपी बनाया है. एजेंसी का कहना है कि उनका पिछला नक्सली जुड़ाव भी जांच का अहम हिस्सा है.
अंतिम संस्कार में दिए गए बयान
NIA के अनुसार, गडे इन्नैया ने एक मृत CPI (माओवादी) कैडर के अंतिम संस्कार के दौरान सभा को संबोधित किया था. इस दौरान उन्होंने कथित तौर पर प्रतिबंधित संगठन के समर्थन में बातें कहीं. एजेंसी का आरोप है कि उनका मकसद माओवादी गतिविधियों को आगे बढ़ाना था. NIA का कहना है कि ऐसे बयान कानून व्यवस्था के लिए खतरा बन सकते हैं.
सभा को उकसाने का भी आरोप
NIA ने यह भी दावा किया कि इन्नैया ने वहां मौजूद लोगों को गैरकानूनी गतिविधियों के लिए उकसाया. अधिकारियों के मुताबिक, उन्होंने माओवादी क्रांति को जारी रखने के लिए लोगों को प्रेरित किया. जांच एजेंसी मानती है कि इस तरह के भाषण युवाओं को उग्रवाद की ओर धकेल सकते हैं. इसी आधार पर उनके खिलाफ कड़ी धाराओं में मामला दर्ज किया गया.
परिवार का दावा
इन्नैया के एक परिजन ने मीडिया से बात करते हुए गिरफ्तारी पर सवाल उठाए. परिवार का कहना है कि एक ऑनलाइन चैनल को दिए गए इंटरव्यू में की गई टिप्पणियों के आधार पर NIA ने कार्रवाई की. परिजन ने दावा किया कि इन्नैया एक “लोगों के आदमी” हैं. उनके मुताबिक, उन्हें फरार होने की कोई जरूरत नहीं थी.
छुट्टी के दिन हुई कार्रवाई
परिवार ने यह भी बताया कि रविवार को छुट्टी होने के बावजूद करीब 50 सुरक्षाकर्मी कई गाड़ियों में आए थे. परिजन के अनुसार, इतनी बड़ी टीम की जरूरत नहीं थी. हालांकि NIA का कहना है कि कानून के तहत कार्रवाई की गई है. फिलहाल मामले की जांच जारी है और आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है.