केरल के वर्कला स्टेशन के पास 2 नवंबर की रात 8.30 बजे 20 साल की श्रीकुट्टी को लात मारकर नीचे गिराने वाले आरोपी संतोष कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. शनिवार दोपहर को पुलिस ने आरोपी के साथ क्राइम सीन पर रीक्रिएशन किया.
तिरुवनंतपुरम सेंट्रल स्टेशन पर खड़ी केरल एक्सप्रेस में आरोपी को ले जाया गया. वहां उसको उसकी हरकत दोहराने के लिए कहा गया. इस तरह पूरी घटनाक्रम को समझने की कोशिश की गई. पुलिस इस मामले की विस्तृत जांच कर रही है.
पनाचमूडु निवासी 50 साल का संतोष कुमार इस वक्त पुलिस हिरासत में है. इसको बाकायदा ट्रेन के पिछले हिस्से में ले जाया गया. अनारक्षित कोच के उस दरवाजे के पास, जहां वो वारदात के वक्त बैठा हुआ था. जैसे ही उसे बैठाया गया, पुलिस अधिकारी दूसरी तरफ उस दरवाजे के पास पहुंचे.
वहां श्रीकुट्टी और उसकी दोस्त अर्चना खड़ी थीं. इसी सेटअप को निभाने के लिए दो पुलिसकर्मियों को पीड़िताओं की भूमिका सौंपी गई. आरोपी को वही हरकत दोहरानी थी, जिसका आरोप उस पर है.
आरोपी ने बिल्कुल उसी तरह पीछे से लात मारने की हरकत दोहराई, जैसा कि जांच में उसके खिलाफ दर्ज है. इस रीक्रिएशन ने पुलिस को घटना की डायरेक्शन, दूरी और एक्शन का बेहद अहम तकनीकी डेटा दिया.
ये घटना 2 नवंबर की रात को हई थी. तिरुवनंतपुरम जाने वाली केरल एक्सप्रेस जैसे ही वर्कला रेलवे स्टेशन से रवाना हुई, उसी वक्त दरवाजे के पास खड़ी श्रीकुट्टी और अर्चना को आरोपी ने हटने को कहा. जब दोनों ने इनकार किया, तो उसने अचानक पीछे से हमला कर दिया.
ट्रेन तेज रफ्तार में थी. सैकड़ों यात्रियों के बीच ये हमला चंद समय में अंजाम दिया गया. हमला इतना अप्रत्याशित था कि श्रीकुट्टी का बैलेंस बिगड़ा और वो चलते ट्रेन से नीचे गिर गई. यात्रियों ने तुरंत इमरजेंसी चेन खींच दी.
ट्रेन रुकते ही रेलवे पुलिस को सूचना दी गई. श्रीकुट्टी की तलाशी शुरू की गई. कुछ समय बाद उसको वर्कला स्टेशन से करीब दो किलोमीटर दूर ट्रैक पर पाया गया. वो गंभीर रूप से घायल थी. उसको एक मेमू ट्रेन से वर्कला स्टेशन लाया गया. वहां से अस्पताल भेजा गया.
श्रीकुट्टी का इलाज तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है. इस केस की जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज खंगालते समय एक नए गवाह की पहचान हुई. वो गवाह बिहार का प्रवासी मजदूर है.
उसने हमले के वक्त श्रीकुट्टी की सहेली अर्चना को बचाया और संतोष कुमार को काबू करने में मदद की थी. वो कोचुवेली इलाके की एक फैक्ट्री में काम करता है. ट्रेन रुकते ही वो श्रीकुट्टी की तलाश में नीचे उतर गया था. उसकी बरामदगी के बाद वो बस से तिरुवनंतपुरम रवाना हो गया.