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ओडिशा में मासूम से दरिंदगी के बाद हत्या, नाराज लोगों ने आरोपी का घर तोड़ा, विपक्ष का 'बंद' का ऐलान

ओडिशा में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. एक मासूम बच्ची के साथ बलात्कार के बाद बेरहमी से हत्या कर दी गई. इस जघन्य अपराध ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है. एक ओर आरोपी की गिरफ्तारी के बाद भीड़ ने उसका घर तोड़ दिया, दूसरी ओर सियासी पारा भी चढ़ गया है.

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स्कूल गई बच्ची की झाड़ियों में मिली खून से लथपथ लाश, सड़क पर उतरा जनसैलाब. (Photo: Representational)
स्कूल गई बच्ची की झाड़ियों में मिली खून से लथपथ लाश, सड़क पर उतरा जनसैलाब. (Photo: Representational)

ओडिशा के भद्रक जिले से एक रोंगटे खड़े कर देने वाली वारदात सामने आई है. यहां चांदबली थाना क्षेत्र में 10 साल की एक मासूम बच्ची के साथ रेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई. इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों के सब्र का बांध तोड़ दिया, बल्कि पूरे राज्य में उबाल पैदा कर दिया है. गुस्साई भीड़ ने कानून हाथ में लेते हुए आरोपी के घर पर धावा बोलकर जमींदोज कर दिया.

एसपी मनोज कुमार राउत ने बताया कि नाबालिग छात्रा मंगलवार सुबह हमेशा की तरह स्कूल गई थी. जब दोपहर तक वह घर नहीं लौटी, तो परिजनों की चिंता बढ़ी. उन्होंने शिकायत दर्ज कराई. गुमशुदगी का मामला दर्ज होने के कुछ ही घंटों बाद बालीगांव इलाके में एक झाड़ी के पास बच्ची का शव बरामद हुआ. पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी के साथ दरिंदगी की गई है.

उसके साथ पहले बलात्कार किया गया और फिर पहचान छिपाने के लिए उसकी हत्या कर शव को फेंक दिया गया. इस मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी. जगतसिंहपुर जिले से मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. इस घटना के सामने आने के बाद स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. आरोपी की शिनाख्त होते ही प्रदर्शनकारी उसके घर पहुंच गए.

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CM ने किया मुआवजे का ऐलान, विपक्ष ने घेरा 

रामपल्ली गांव स्थित उसके घर पर हमला कर उसे तोड़ दिया. प्रदर्शनकारियों ने चांदबली में कई जगहों पर सड़कें जाम कर दी. स्थानीय पुलिस स्टेशन का घेराव कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने पीड़िता के परिजनों के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता की घोषणा की है. 

सियासी घमासान और 6 घंटे 'बंद' का ऐलान 

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और अपराधी को सख्त से सख्त सजा दिलाई जाए. वहीं, प्रदेश की उपमुख्यमंत्री पार्वती परिदा ने इसे जघन्य अपराध बताते हुए जागरूकता पर जोर दिया है. इस घटना ने राज्य में सियासी तूफान भी खड़ा कर दिया है.  विपक्ष ने गुरुवार सुबह 6 बजे से चांदबली ब्लॉक में छह घंटे के बंद का आह्वान किया है. 

महिलाओं की सुरक्षा में विफल रहने का आरोप

विपक्षी दल बीजद (BJD) और कांग्रेस ने कानून-व्यवस्था को लेकर बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला है. बीजेडी कार्यकर्ताओं ने भुवनेश्वर में मुख्यमंत्री आवास के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया. स्थानीय विधायक ब्योमकेश रे ने सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा में विफल रहने का आरोप लगाया है. स्थानीय निवासियों का आरोप है कि अवैध रूप से चल रही दुकानों में शराब की बिक्री हो रही है.

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शिकायत के बाद हरकत में पुलिस-प्रशासन 

इस वजह से अपराध बढ़ रहे हैं. इस शिकायत के बाद प्रशासन हरकत में आया है. एसपी ने बताया कि इलाके से अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. अवैध दुकानों को ढहाया जा रहा है. फिलहाल, क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. आरोपी से पुलिस हिरासत में पूछताछ की जा रही है. उसके आपराधिक इतिहास का पता लगाया जा रहा है.

पुलिस को सख्त कार्रवाई करने की पूरी छूट

कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामले में पुलिस को सख्त कार्रवाई करने की पूरी छूट दी गई है. उन्होंने कहा, "BJP सरकार में ऐसे मामलों में आरोपियों को 48-72 घंटों के अंदर गिरफ्तार कर लिया जाता है. कोई भी आरोपी गिरफ्तारी से बच नहीं पाता. हमें पूरा भरोसा है कि पुलिस चांदबली मामले में भी न्याय करेगी. इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध है."

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