
एक पूर्व आईपीएस अधिकारी ने दिल्ली पुलिस के एक असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर पर उन्हें धमकाने का आरोप लगाया है. साथ दिल्ली के उस पूर्व अधिकारी ने अब खुद पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई है. हालांकि दिल्ली पुलिस के अफसर इसे दो समूहों के बीच का विवाद बता रहे हैं.
दिल्ली पुलिस में अहम पदों पर रह चुके सेवानिवृत्त पूर्व आईपीएस किशन कुमार ने आरोप लगाया है कि उन्हें दिल्ली पुलिस का एक एएसआई बलवान सिंह लगातार परेशान और प्रताड़ित कर रहा है. उन्होंने इस सिलसिले में दिल्ली के पुलिस कमिश्नर सतीश गोलचा को एक पत्र भेजकर मदद मांगी है. उनका कहना है कि उनकी सेहत ठीक नहीं है, लेकिन हालात ऐसे हो गए हैं कि उन्हें मजबूरन पुलिस कमिश्नर को शिकायत करनी पड़ी.
'क्राइम तक' के मुताबिक, यह मामला काफी पुराना है. साल 2017 में किशन कुमार दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर पद से रिटायर हुए थे. उस वक्त वह रोहिणी हाईट्स नामक सोसाइटी में मौजूद अपने घर में शिफ्ट हो गए थे. उसी सोसाइटी एएसआई बलवान मान रहता था. साल 2019 में किशन कुमार के प्रभाव को देखते हुए सोसाइटी के लोगों ने उन्हें आरडब्लूए (RWA) का अध्यक्ष बना दिया था. यही बात बलवान को रास नहीं आई.
'क्राइम तक' के अनुसार, जिस मकान में बलवान रहता था, उसके मालिकाना हक को लेकर विवाद चल रहा था. आरडब्लूए की तरफ से उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया था, जिस पर वह आगबबूला हो गया. आरोप है कि उसने कई आरडब्लूए मैंबर्स के साथ मारपीट की. जिन लोगों ने बलवान पर आरोप लगाए, उनमें प्रवीण मान, अजय श्रीवास्तव और खुद आईपीएस किशन कुमार की पत्नी भी शामिल हैं.

इस विवाद के चलते रिटायर्ड पुलिस अधिकारी किशन कुमार साल 2021 में रोहिणी हाईट्स सोसाइटी छोड़कर अपने बेटे के घर ग्रेटर नोएडा में रहने लगे थे. लेकिन आठ दस महीने बाद उनके बेटे का ट्रांसफर हो जाने के कारण वह वापस रोहिणी हाईट्स सोसाइटी में रहने लगे थे. तभी से किशन कुमार परेशान हैं.
'क्राइम तक' को मिली जानकारी के अनुसार, ASI बलवान सिंह पर गंभीर आरोप हैं. जिसके खिलाफ कई शिकायतें दर्ज हुई हैं. जानकारी के मुताबिक, बलवान सिंह पर कम से कम 5 आपराधिक केस दर्ज हैं. वह पहले भी गिरफ़्तार हो चुका है. उसके खिलाफ डिपार्टमेंटल इनक्वायरी भी चल रही है. इतने आरोपों के बावजूद आज तक उसे टर्मीनेट नहीं किया गया है. यही बात इस पूरे मामले को और गंभीर बनाती है.
पुलिस ने क्या कहा?
'क्राइम तक' ने जब ये मामला उठाया तो आउटर नॉर्थ ज़िले के पुलिस उपायुक्त (DCP) वीरेश्वर स्वामी ने कहा कि ये दरअसल दो ग्रुप्स के बीच का विवाद है. एक ग्रुप में हैं पूर्व आईपीएस किशन कुमार और दूसरे ग्रुप में हैं एएसआई बलवान सिंह और उसके लोग. यानि पुलिस की नज़र में ये व्यक्तिगत टकराव का मामला है.