दिल्ली के मंडोली जेल में जेल प्रशासन ने मारा छापा. मंडोली के जेल नंबर 12-13 में बड़ी रेड की गई है. जेल बैरेक से 8 बड़े चाकू, 8 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं. सूत्रों के मुताबिक, गोगी गैंग के गुर्गे जेल में मोबाइल फोन इस्तेमाल कर रहे थे.
इस जानकारी के सामने आने के बाद 18 दिसंबर की रात 9 बजे से 11:30 बजे तक मंडोली जेल में दबिश दी गई थी. रेड के लिए स्पेशल टीम बनाई गई थी. इसमें जेल प्रशासन के लोगों के अलावा तमिलनाडु स्पेशल पुलिस के अधिकारी शामिल थे, जो जेल की सुरक्षा में तैनात रहती है.
अलग-अलग तरीके से छिपाए गए थे मोबाइल
बरामद किए गए फोन में से तीन स्मार्टफोन और पांच छोटे की-पैड वाले मोबाइल हैं. इन्हें अलग-अलग तरीके से टॉयलेट, बाथरूम के टाइल्स और मोजों में छुपाकर रखा गया था. इस मामले में मंडोली जेल के दो डिप्टी सुपरिटेंडेंट और तीन हेड वार्डर पर भी कार्रवाई की गई है.
एआईजी ने बताया कि इस जेल से फोन कॉल के बारे में सूचना मिली थी. इस पर कई दिनों से कार्रवाई चल रही थी और स्पेसिफिक इंफॉर्मेशन मिलने के बाद तमिलनाडु स्पेशल पुलिस और सुरक्षाकर्मियों की एक स्पेशल विजिलेंस टीम बनाई गई, जिसने जेल में दबिश के बाद मोबाइल और चाकू बरामद किए हैं.
जेल से होती है एक्सटॉर्शन की डिमांड
दिल्ली के अलग-अलग जेलों में बंद बड़े-बड़े गैंगस्टर पर अक्सर आरोप लगते हैं कि वे जेल से मोबाइल के जरिए बिजनेसमैन को फोन करते हैं. उन्हें धमकी देकर एक्सटॉर्शन की डिमांड करते हैं. इसकी सूचना पर पहले भी जेलों में छापा मारकर इक्का-दुक्का मोबाइल भी बरामद होते रहे हैं.
तिहाड़ में छापे में भी मिले थे 11 मोबाइल
बताते चलें कि इससे पहले अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में तिहाड़ के जेल नंबर एक में छापेमारी की गई थी. उस दौरान वहां से चाकू, मोबाइल फोन और ब्लूटूथ बरामद किए गए थे. बताया गया था कि इनका इस्तेमाल जेल में बंद कैदी किया करते थे.
छापे में आईफोन सहित 11 मोबाइल, चार्जर, एक ब्लूटूथ, एक ईयरफोन और पांच चाकू मिले थे. इससे एक हफ्ते पहले तिहाड़ जेल में गैंगवार हुआ था, जिसमें दो कैदियों की मौत हो गई थी. वहीं, 10 कैदी घायल हुए थे. यह गैंगवार हाई सिक्योरिटी वार्ड में हुआ था.