उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के रेलवे जंक्शन पर एक मासूम बच्ची के अपहरण की सनसनीखेज घटना सामने आई. आरोप है कि एक निःसंतान दंपत्ति ने रेलवे प्लेटफॉर्म से तीन साल की बच्ची को अगवा कर लिया. इस मामले की सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई और समय रहते अगवा बच्ची को बरामद कर लिया. पुलिस ने आरोपी दंपत्ति को गिरफ्तार कर लिया है.
जानकारी के मुताबिक, ये घटना शनिवार रात की है. तीन साल की बच्ची अपने पिता करण प्रकाश के साथ अलीगढ़ जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर 5 पर नई दिल्ली जाने वाली ट्रेन का इंतज़ार कर रही थी. तभी पास में बैठे एक अजनबी दंपत्ति ने बच्ची से दोस्ती कर ली. उन्होंने बच्ची को खाने का लालच देकर अपने पास बुलाया. इसके बाद धीरे-धीरे उसे अपने साथ ले गए.
बच्ची के गायब होते ही स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई. बच्ची के पिता ने अलीगढ़ रेलवे पुलिस को शिकायत दी. इसके बाद रविवार को जीआरपी और स्थानीय पुलिस हरकत में आ गई. पुलिस टीमों ने अलीगढ़ और आसपास के इलाकों के 200 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जांच की, तो एक संदिग्ध दंपत्ति को उस बच्ची के साथ जाते हुए देखा गया.
पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा के मुताबिक, इस इनपुट के आधार पर पुलिस ने अपनी जांच का दायरा बढ़ाया. पुलिस की छानबीन के बाद सोमवार को बच्ची को संभल जिले के एक गांव से बरामद कर लिया गया. पुलिस ने वहां से आरोपी दंपत्ति महेश यादव और उसकी पत्नी रूपमणि यादव को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में उन्होंने बच्ची के अपहरण की बात कबूल कर ली है.
आरोपी दंपत्ति ने पुलिस को बताया कि वे निःसंतान हैं. किसी बच्चे को गोद लेना चाहते थे. ऐसे में उनको ये बच्ची दिखी, तो उनको लालच आ गया और ममतावश उसे अपने साथ लेकर चले आए. एसपी ने कहा, "हम दंपति के बयान की गहराई से जांच कर रहे हैं. यह पता लगाना जरूरी है कि क्या इनके पीछे कोई संगठित गिरोह सक्रिय है या फिर यह मामला व्यक्तिगत स्तर तक सीमित है."
इस घटना ने अलीगढ़ जंक्शन पर यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. इससे पहले 19 जून को भी यहीं से एक दो साल की बच्ची का अपहरण हुआ था. उसे बाद में इटावा से बरामद किया गया था. दो मामलों के बीच सिर्फ एक महीने का अंतराल है. दोनों ही मामलों में अपराध की प्रकृति एक जैसी प्रतीत हो रही है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.