तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में बीजेपी की महिला पार्षद सहित 75 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इन पर मंदिर के अंदर गैरकानूनी रूप से मीटिंग करने का आरोप है. FIR दर्ज होने के बाद भाजपा पार्षद ने इसे राजनीति से प्रेरित घटना करार दिया है.
मामला चेन्नई के मयलापुर का है. आरोप के मुताबिक 31 अगस्त को प्रसिद्ध कपालीश्वर मंदिर से जुड़े कार्यकर्ता टीआर रमेश ने मंदिर में एक मीटिंग बुलाई. BJP की महिला पार्षद उमा आनंदन सहित कुल 75 लोग बैठक में शामिल हुए. शाम के समय मंद्रास हाईकोर्ट के वकील एमआर वेंकटेश्वर और रमेश सेथुरमन भी वहां पहुंचे.
मंदिर के पदाधिकारी ने किया केस
भाजपा पार्षद का दावा है कि बैठक में मंदिर के रख-रखाव की जिम्मेदारी लेने और अधिकारियों को जवाबदेही तय करने को लेकर चर्चा हुई. बैठक के बाद मंदिर के एक पदाधिकारी रविकुमार पुलिस थाने में एक केस दर्ज कराया.
आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि बैठक में मंदिरों को सरकार के नियंत्रण से मुक्त करने के मुद्दे पर चर्चा की गई. हालांकि, बीजेपी पार्षद उमा का दावा है कि इस तरह की कोई चर्चा नहीं हुई.
कार्यकर्ताओं को धमकाने की कोशिश
उमा ने कहा कि उन्हें टीवी चैनल्स के माध्यम से केस के बारे में पता चला है. उन्होंने सवाल किया कि क्या तमिलनाडु सरकार भारत के कार्यकर्ताओं को धमकाने और झूठे मामले दर्ज करने की कोशिश कर रही है.
नहीं मिली FIR की कॉपी
उमा के मुताबिक बैठक का उद्देश्य भक्तों को मंदिर के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी मुहैया कराना था. उन्होंने कहा कि अब तक पुलिस ने एफआईआर की कॉपी नहीं दी है. वो जल्द ही कॉपी लेने के लिए पुलिस स्टेशन जाएंगी.