बेंगलुरु पुलिस ने उन 10 लोगों को गिरफ्तार किया है जो बंद हो चुके 2 हजार रुपये के नोटों पर “मनी रेन” यानी पैसे की बारिश कराने का झांसा देकर लोगों से ठगी कर रहे थे. पुलिस ने इस गैंग से 18 लाख रुपये के 2 हजार के नोट जब्त किए हैं. एक महिला आरोपी अब भी फरार है और उसकी तलाश जारी है.
यह मामला तब सामने आया जब 17 अक्टूबर 2025 को आरबीआई मैनेजर ने हलसूरु गेट थाने में शिकायत दर्ज कराई. शिकायत में बताया गया कि बंद हो चुके 2,000 रुपये के नोटों के सीरियल नंबर बदलकर उन्हें आरबीआई में जमा करने की कोशिश की गई थी.
पैसों की बारिश का झांसा देकर ठगी
जांच में पुलिस ने पहला आरोपी पकड़ा जिसने 40 हजार रुपये के बदले हुए नोट आरबीआई में जमा किए थे. उससे पूछताछ में पता चला कि उसे यह नकली ए नोट दो लोगों ने कमीशन पर दिए थे. दोनों को उसी दिन मैसूर बैंक सर्कल के पास पकड़ा गया.
पूछताछ में खुलासा हुआ कि गैंग के सदस्य 8 लाख रुपये नकली रूप से तैयार 2,000 के नोट आरबीआई में जमा कर खाते में रकम डालने की योजना में शामिल थे. तीन और आरोपियों को मैजेस्टिक इलाके से गिरफ्तार किया गया.
पुलिस ने 10 शातिर बदमाशों को किया गिरफ्तार
आरोपियों ने लोगों को समझाया था कि कुछ खास सीरियल नंबर वाले 2 हजार रुपये के नोटों पर विशेष रिवाज और मंत्र करने से पैसा सौ गुना बढ़ जाएगा. लोग धोखे में आकर अपने नोट उन्हें दे देते थे.
इसके बाद पुलिस ने आंध्र प्रदेश से तीन और आरोपियों को पकड़ा और 26 लाख रुपये के बदले हुए नोट बरामद किए. यशवंतपुर से मास्टरमाइंड भी गिरफ्तार हुआ जिसने नोटों के सीरियल नंबर और साल बदले थे. 3 नवंबर को सभी 10 आरोपियों को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.