कर्नाटक का रेणुकास्वामी हत्याकांड एक बार फिर सुर्खियों में है. इस बार आरोपी नंबर-1 कन्नड़ सुपरस्टार दर्शन ने अदालत में जज के सामने ऐसा बयान दिया जिसने सबको चौंका दिया. उन्होंने कहा कि वो जेल में किसी भी हाल में नहीं रहना चाहते. यहां उनकी स्थिति बहुत खराब है. दर्शन ने जज से कहा, "ऐसी जिंदगी जीने से अच्छा है कि मुझे जहर दे दीजिए. मैं अब ऐसे जीवित नहीं रह सकता."
एक्टर दर्शन मंगलवार को मासिक सुनवाई के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 64वें सिटी सिविल एंड सेशन कोर्ट (सीसीएच) में पेश हुए. उन्होंने अपनी हालत बताते हुए कहा कि उनके हाथों में फंगस हो चुका है. उनके कपड़ों से बदबू आ रही है. जेल में ऐसी स्थिति है कि वहां धूप तक नहीं मिलती. चारों तरफ सिर्फ अंधेरा है. उनकी बातें सुनकर अदालत में मौजूद हर कोई हैरान रह गया.
जज ने तुरंत साफ किया कि ऐसा संभव ही नहीं है और अदालत किसी भी हाल में ऐसी मांग को मंजूर नहीं कर सकती. इसी दौरान जज ने अन्य आरोपियों के मामलों पर भी सुनवाई की है. आरोपी संख्या 13 और 14 की डिस्चार्ज याचिकाओं पर विचार हुआ और मामले में आरोप तय करने की तारीख 19 सितंबर निर्धारित की गई. वहीं, दर्शन की उस याचिका पर सुनवाई आगे के लिए टाल दी गई.

दर्शन ने की जेल में बिस्तर और गद्दे की मांग
इस याचिका में एक्टर दर्शन ने बल्लारी जेल स्थानांतरण से बचने और बेहतर सुविधाओं जैसे बिस्तर और गद्दे की मांग की है. इससे पहले दिसंबर 2024 को कर्नाटक हाईकोर्ट ने एक्टर को जमानत दे दी थी, लेकिन गवाहों से छेड़छाड़ की आशंका पर सुप्रीम कोर्ट ने 14 अगस्त 2025 को उनकी जमानत रद्द कर दी. सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि उनको देल में खास सुविधा नहीं मिलनी चाहिए.
रेणुकास्वामी के अपहरण-हत्या का आरोप
इसके बाद पुलिस ने दर्शन को दोबारा गिरफ्तार करके जेल में पहुंचा दिया. वहां वो न्यायिक हिरासत में हैं. उनको चित्रदुर्ग निवासी 33 वर्षीय रेणुकास्वामी के अपहरण और हत्या के आरोप में जून 2024 में गिरफ्तार किया गया था. पुलिस के मुताबिक, रेणुकास्वामी ने दर्शन की करीबी सहयोगी पवित्रा गौड़ा को अश्लील संदेश भेजे थे. इसी वजह से दर्शन के इशारे पर उनका अपहरण कर लिया गया था.
पुलिस ने किया था पूरी साजिश का खुलासा
इसके बाद बेंगलुरु के एक शेड में रेणुकास्वामी को बुरी तरह प्रताड़ित किया गया. उनकी मौत होने के बाद में उनका शव नाले फेंक दिया गया. पुलिस ने जब इस केस की जांच शुरू कर की तो भाड़े के हत्यारोपियों ने थाने में सरेंडर करके अपना गुनाह कुबूल कर लिया, ताकि इसमें दर्शन और उनकी महिला मित्र पवित्रा गौड़ा का नाम आने से बच जाए, लेकिन पुलिस ने इस पूरी साजिश का खुलासा कर दिया.