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क्या दिल्ली में टेस्टिंग बढ़ाने से कोरोना केसों की बढ़ोतरी पर होगा काबू?

14 जून की सुबह तक राजधानी में 2.9 लाख से अधिक लोगों का टेस्ट हो चुका था. जिन राज्यों का डेटा उपलब्ध है, उनमें ये टेस्टिंग का 8वां सबसे ऊंचा आंकड़ा है.

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दिल्ली में कोरोना का कहर जारी (Photo- PTI)
दिल्ली में कोरोना का कहर जारी (Photo- PTI)

  • दिल्ली में 20 जून से हर रोज 18,000 कोरोना टेस्ट किया जाएगा
  • दुनिया के कोरोना से सबसे खराब स्थिति वाले शहरों में दिल्ली

दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदर्श कुमार गुप्ता ने सोमवार को मीडिया को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मुताबिक, दिल्ली में 20 जून से हर दिन 18,000 कोरोना वायरस टेस्ट शुरू किए जाएंगे. लेकिन क्या इससे दिल्ली के संकट पर नियंत्रण हो जाएगा?

दिल्ली में केसों का बढ़ना जारी है और अब यह दुनिया के कोरोना वायरस से सबसे खराब स्थिति वाले शहरों में से एक है. राजधानी में सीमित टेस्टिंग की वजह से आलोचना बढ़ रही है. साथ ही इस मानदंड के लिए भी किसी का टेस्ट तभी किया जाएगा जब वो बहुत ज्यादा बीमार हो. और फिर रिपोर्ट भी वक्त से नहीं मिल रहीं, जिससे कि अस्पताल में बेड हासिल किया जा सके. इसलिए टेस्टिंग बढ़ाए जाना सही दिशा में उठाया जाने वाला कदम है.

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14 जून की सुबह तक राजधानी में 2.9 लाख से अधिक लोगों का टेस्ट हो चुका था. जिन राज्यों का डेटा उपलब्ध है, उनमें ये टेस्टिंग का 8वां सबसे ऊंचा आंकड़ा है. लेकिन अपनी आबादी के अनुपात में, दिल्ली ने हर 1,000 लोगों के लिए लगभग 15 लोगों का टेस्ट किया और राज्यों में गोवा के बाद दूसरे स्थान पर है.

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यहां समस्या टेस्ट की संख्या नहीं है, लेकिन नतीजे क्या आए ये अहम है? दिल्ली का टेस्ट पॉजिटिविटी रेट (TPR) 14.7 प्रतिशत तक बढ़ गया है. TPR से मतलब जितने टेस्ट किए जा रहे हैं, उसमें पॉजिटिव का कितना हिस्सा है. दिल्ली से ऊपर सिर्फ महाराष्ट्र का TPR है जो 16.08 प्रतिशत है. पिछले हफ्ते, दिल्ली में किए गए टेस्ट में एक-तिहाई पॉजिटिव निकले.

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जब टेस्ट इतनी तेजी से पॉजिटिव होने लगते हैं, तो एक शहर को टेस्टिंग बड़े पैमाने पर बढ़ाने की आवश्यकता होती है. इसके बजाय, दिल्ली में टेस्टिंग पूरे मई और जून की शुरुआत में धीरे-धीरे बढ़ी. 14 जून तक भी, मई के आखिर की तुलना में अधिक टेस्ट नहीं किए गए थे. पिछले एक हफ्ते से दिल्ली में औसतन हर दिन लगभग 5,500 लोगों के टेस्ट हो रहे हैं. लेकिन दिल्ली अब टेस्टिंग बढ़ाए जाने के ऐलान के साथ क्या उम्मीद कर सकता है?

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पिछले तीन दिनों से तमिलनाडु हर दिन 18,000 टेस्ट कर रहा है. दिल्ली ने भी हर दिन इतनी ही टेस्टिंग का लक्ष्य निर्धारित किया है. तमिलनाडु में जितनी टेस्टिंग हर दिन हो रही है ये किसी भी राज्य के लिए टेस्टिंग का सबसे बड़ा आंकड़ा है. फिर भी, इसका टेस्ट पॉजिटिविटी रेट बढ़ रहा है. सिर्फ तब जब ये रेट गिरना शुरू होता है तभी राज्य निश्चित हो सकता है कि वो पर्याप्त टेस्टिंग कर रहा है, जैसे कि केरल में हो रहा है. 14 जून को केरल ने 1.65 प्रतिशत TPR दर्ज किया जो कि एक हफ्ते पहले तक 1.76 प्रतिशत था.

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