कोरोना वायरस से बचाव करने के लिए कानपुर आईआईटी ने अपने हॉस्टल के छात्रों को 19 मार्च तक हॉस्टल छोड़ने का निर्देश जारी किया है.
ICSE और CBSE पर केंद्र सरकार करेगी फैसला
इस बीच, प्रदेश सरकार ने यह भी साफ किया है कि राज्य सरकार ने सभी परीक्षाएं रद्द कर दी हैं. बाकी ICSE और CBSE की बोर्ड परीक्षाओं पर केंद्र सरकार को निर्णय लेना है.
बहरहाल, उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं. दो अप्रैल तक उत्तर प्रदेश के सभी स्कूल- कॉलेज, इंजीनियरिंग काॅलेज सब बंद कर दिए गए हैं. कानपुर आईआईटी ने भी वायरस न फैले इसके मद्देनजर हॉस्टल को खाली करने की रूप रेखा तैयार कर ली है.
बता दें कि कानपुर आईआईटी के सभी डिपार्टमेंट की क्लासेज बंद की जा चुकी हैं. ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि आगामी दो हफ्तों में वायरस तेजी से फैल सकता है, इसकी संभावना के चलते हॉस्टल को खाली करवाना पड़ सकता है. ऐसे में आने वाले समय में छात्रों को दिक्कत का सामना न करना पड़े, इसके लिए तैयारियां शुरू की गई हैं. छात्रों को घर तक आसानी से पहुंचने के लिए किसी दिक्कत का सामना न करना पड़े, इसके लिए ट्रांसपोर्टेशन की भी व्यवस्था की गई है जिससे सभी छात्र सुरक्षित घर पहुंच सके.
कानपुर आईआईटी ने मंगलवार से अलग-अलग डिपार्टमेंट में छात्रों को हॉस्टल खाली करवाने की प्रकिया शुरू कर दी है. उपनिदेशक मणीन्द्र अग्रवाल ने प्रेस नोट जारी करते हुए बताया कि 19 मार्च तक सभी स्नातक, एमबीए और फर्स्ट ईयर के एमटेक, एमडी, मिस के छात्रों को होस्टल खाली करना है.
केवल पीएचडी ,सेकेंड ईयर के एमटेक,एमएस, एमडी और फिफ्थ ईयर के दोहरी डिग्री वाले छात्र जो पहले से कैम्पस में मौजूद हैं, वो हॉस्टल में रह सकते हैं. छात्र होस्टल में रह रहे थे, वहां वायरस न फैले इस लिहाज से हॉस्टल को खाली करने का निर्देश दिया गया है यही नहीं जिन छात्रों को हॉस्टल में रुकने की अनुमति भी है अगर वो भी अपने घरों को जाना चाहे तो वो भी अपने घरों को जा सकते हैं.