भारत की बढ़ती इकोनॉमी का एक और कमाल सामने आया है. देश में मिलेनियर हाउसहोल्ड (करोड़पतियों) की संख्या तेजी से बढ़ रही है. पिछले 4 साल के आंकड़ों को देखें तो हर 30 मिनट में एक नया मिलेनियर इस क्लब में जुड़ रहा है, यानी हर आधे घंटे में एक भारतीय परिवार की संपत्ति एक मिलियन डॉलर को पार कर रही है.
दरअसल, Hurun India की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में मिलेनियर (Millionaire) हाउसहोल्ड की संख्या साल 2025 में बढ़कर 8.71 लाख हो गई है, जो कि साल 2021 में लगभग 4.58 लाख थी. मिलेनियम हाउसहोल्ड उन्हें कहा जाता है, जिनकी कुल संपत्ति (Net Worth) कम के कम 1 मिलियन डॉलर यानी ₹8.5 करोड़ होती है.
Hurun India Wealth Report 2025 के अनुसार, 2021 से 2025 के बीच हर 30 मिनट में भारत में एक नया मिलियनेयर घराना (जिसकी नेट वर्थ ₹8.5 करोड़ या उससे अधिक हो) जुड़ता गया है. रिपोर्ट बताती है कि साल 2021 में भारत में ऐसे 4.58 लाख घर थे, जिनकी कुल संपत्ति ₹8.5 करोड़ या उससे ज्यादा थी. चार साल में यह संख्या बढ़कर 8.71 लाख हो गई. यानी करीब 90% का इजाफा हुआ है. अगर यही रफ्तार जारी रही तो अगले 10 सालों में भारत में करोड़पति घरानों की संख्या 20 लाख तक पहुंच सकती है.
शहर और राज्यों का हाल
हुरुन रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई अब भी भारत की 'Millionaire Capital' बनी हुई है. यहां करीब 1.42 लाख अमीर घराने मौजूद हैं. दिल्ली दूसरे पायदान पर है, जहां 68,200 ऐसे घराने हैं, जिनकी नेट वर्थ ₹8.5 करोड़ से अधिक है. वहीं बेंगलुरु तीसरे स्थान पर है, जहां यह संख्या 31,600 तक पहुंच गई है. वहीं राज्य के हिसाब से देखें तो महाराष्ट्र सबसे ऊपर है. यहां करीब 1.78 लाख ऐसे घर हैं, जो करोड़पति वर्ग में आते हैं. इसके बाद दिल्ली, कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे राज्य हैं.
क्यों बढ़ रही है अमीरी?
रिपोर्ट के मुताबिक भारत की GDP ग्रोथ और वित्तीय बाजारों में मजबूती ने इस बदलाव में बड़ी भूमिका निभाई है. शेयर बाजार में लगातार बढ़ोतरी, डिजिटल पेमेंट्स में इजाफा और रियल एस्टेट (Real Estate) में निवेश की बढ़ती रुचि ने भी अमीरों की संख्या बढ़ाई है.
मिलेनियर की संपत्ति का आंकलन
करोड़पतियों की संपत्ति का आंकलन बैंक बैलेंस, शेयर, प्रॉपर्टी, गहने, बिजनेस वैल्यू से होती है. इसमें लोन को माइनस किया जाता है. इसके बाद अगर संपत्ति कम से कम ₹8.5 करोड़ बचती है, तो फिर वो शख्स 'मिलियनेयर' कहलाता है. वहीं जिनकी संपत्ति $1 बिलियन से ऊपर (करीब ₹8,300 करोड़) होती है, उसे बिलियनेयर कहा जाता है.
अमीरों की पसंद
करोड़पति भारतीय निवेश के साथ-साथ लक्जरी ब्रांड्स में भी झुकाव दिखा रहे हैं. Rolex जैसी अंतरराष्ट्रीय घड़ी कंपनियां और Tanishq जैसे भारतीय ज्वेलरी ब्रांड उनकी पहली पसंद बन गए हैं. साथ ही डिजिटल पेमेंट्स और नए निवेश साधनों में उनकी रुचि लगातार बढ़ रही है.