इस वित्त वर्ष में पीएम किसान योजना (PM Kisan Yojana) की पहली किस्त अभी तक नहीं आई है. कोरोना संकट में जब किसानों को पैसे की वाकई जरूरत हो सकती है तब इसमें देरी हो रही है. कुछ रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि कोरोना संकट की वजह से ही इस बार किस्त आने में देर हो रही है.
गौरतलब है कि हर साल आमतौर पर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan Yojana) की पहली किस्त 20 अप्रैल तक आ जाती है. नियम के मुताबिक पहली किस्त 1 अप्रैल से 31 जुलाई के बीच कभी भी आ सकती है.
इस योजना के तहत करीब 9.5 करोड़ लाभार्थी किसानों के खाते में एक किस्त के रूप में 2,000 रुपये आते हैं. सरकार हर साल तीन किस्त के रूप में किसानों को कुल 6,000 रुपये देती है. वित्त वर्ष में किसानों को अभी कुछ भी नहीं मिला है.
अभी हो सकती है और देरी
इंडियन एक्सप्रेस ने कृषि मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि इस बार किस्त मिलने में और देर हो सकती है. सूत्रों के अनुसार अभी राज्यों से डेटा अपडेट होने और रिक्वेस्ट फॉर ट्रांसफर (RFT) पर साइन करने जैसी कई प्रक्रियाओं के पूरा होने का इंतजार है. इसलिए एक हफ्ते तक अभी कुछ नहीं हो सकता.
असल में राज्यों के नोडल ऑफिसर पात्र किसानों के डेटा को अपडेट करते हैं और उन्हें समय-समय पर पोर्टल पर डालते रहते हैं. इस डेटा के आधार पर ही नोडल ऑफिसर आरएफटी साइन करते हैं, जिसमें कुल लाभार्थियों की संख्या दी गई होती है. इसके बाद पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम एक फंड ट्रांसफर ऑर्डर जारी करता है और इसके आधार पर कृषि, सहयोग एवं किसान कल्याण मंत्रालय राशि को जारी करने का ऑर्डर देता है. इसके बाद किसानों के बैंक खाते में किस्त की रकम पहुंच जाती है.
ये है वजह
सूत्रों का कहना है कि कोरोना संकट की वजह से लाभार्थियों के वैरिफिकेशन की प्रक्रिया में देरी हो रही है. इसके अलावा जिन अपात्र किसानों को पहले इसका लाभ मिला है उनसे पैसा वसूलने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. प्रक्रिया पूरी होने के बाद करीब 9.5 करोड़ किसानों को पहली किस्त के रूप में कुल 19,000 करोड़ रुपये की राशि जारी कर दी जाएगी.