भारतीय शेयर बाजार में लिस्टेड एक कंपनी के स्टॉक ने इतना रिटर्न दिया है कि दुनिया भर निवेशक हैरान रह गए. पिछले एक साल में दुनिया में किसी भी शेयर ने निवेशकों को इतना रिटर्न नहीं दिया है. पूरे साल के दौरान सोशल मीडिया पर भी इसकी खूब चर्चा रही. लेकिन अब यह शेयर एक्सचेंजों के रडार पर आ गया है और इसमें बड़े गिरावट की आशंका है.
यह कंपनी RRP सेमीकंडक्टर लिमिटेड है. सोशल-मीडिया सेंसेशन बन चुका यह शेयर 17 दिसंबर तक 20 महीनों में इसके शेयर 55,000% से ज्यादा चढ़े हैं. यह कंपनी एक अरब डॉलर से ज्यादा वैल्यू की है और इस वैल्यू के आसपास वाली कंपनियों में दुनिया भर में कोई भी स्टॉक उस उछाल के करीब नहीं आया है.
यह रैली तब आई है, जब कंपनी ने अभी तक कोई भी पोडक्ट सेल नहीं किया है और कंपनी का ना तो कोई प्रॉफिट है और ना ही सेल है. यानी कि यह फंडामेंटल के लिहाज से यह कंपनी बिल्कुल सही नहीं दिखती है. अपने लेटेस्ट फाइनेंशियल्स में, कंपनी ने नेगेटिव रेवेन्यू पोस्ट किया, सिर्फ़ दो फुल-टाइम एम्प्लॉई होने की जानकारी दी और माना कि उसने अभी तक कोई सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग एक्टिविटी शुरू नहीं की है.
लगातार 149 अपर सर्किट
चिप मैन्युफैक्चरिंग के कारण ऑनलाइन हाइप, एक बहुत छोटा फ्री फ्लोट और रिटेल इन्वेस्टर्स के बढ़ते पूल ने इस बढ़त को बढ़ाने में मदद की. इसने लगातार 149 अपर-सर्किट लगाए और ऐसा तब हुआ जब एक्सचेंज और कंपनी दोनों ने बार-बार चेतावनी जारी कर सावधानी बरतने को कहा. हालांकि अब लग रहा है कि रैली की रफ्तार कम हो रही है. रेगुलेटर इसमें दखल दे रहा है.
ब्लूमबर्ग ने मामले से वाकिफ एक व्यक्ति के हवाले से बताया कि सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया ने RRP के शेयर प्राइस में बढ़ोतरी की जांच शुरू कर दी है, ताकि संभावित गड़बड़ियों का पता लगाया जा सके. 14,000 करोड़ रुपये का यह स्टॉक, जिसे एक्सचेंज ने तब से हफ्ते में सिर्फ़ एक बार ट्रेडिंग करने पर रोक लगा दी है. यह अपने ऑल टाइम हाई लेवल से 6 फीसदी नीचे है.
फूटेगा एआई का बबल?
AI को लेकर पूरी दुनिया में चल रहे क्रेज़ के बीच, रिटेल इन्वेस्टर ऐसे किसी भी स्टॉक को खरीदने के लिए उत्सुक हैं जिसे ग्लोबल चिप बूम का प्रॉक्सी के तौर पर देखा जा रहा है. भारत में इसका क्रेज और भी ज्यादा है, जबसे पीएम मोदी ने सेमीकंडक्टर चिप बनाने के लिए इंसेंटिव प्रोग्राम का ऐलान किया है. इस ऐलान के बाद ऐसा हाइप बना है कि लोग, चिप बेस शेयरों में निवेश करने को लेकर उत्सुक हो रहे हैं.
सिर्फ एक के पास 98 फीसदी हिस्सा
फाइलिंग से पता चलता है कि RRP के लगभग 98% शेयर एक अकेले व्यक्ति, राजेंद्र चोडनकर और उनके कुछ एसोसिएट्स के पास हैं, जिनमें से कई RRP डिफेंस, इंडियन लिंक चेन मैन्युफैक्चरर्स, RRP इलेक्ट्रॉनिक्स और RRP S4E इनोवेशन जैसी दूसरी RRP-लिंक्ड एंटिटीज़ में दिखाई देते हैं. ऐक्सचेंजों ने इस स्टॉक को सर्विलांस पर रखा है और इन्वेस्टर्स को चेतावनी दी है.
कंपनी ने क्या दिया अपडेट?
3 नवंबर को एक्सचेंज फाइलिंग में RRP ने कहा कि उसने कोई सेमीकंडक्टर बनाने का काम शुरू नहीं किया है, किसी सरकारी इंसेंटिव स्कीम के तहत अप्लाई नहीं किया है, और किसी सेलिब्रिटी से जुड़ने से इनकार किया है.
(नोट- किसी भी शेयर में निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)