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Financial Planning: जल्द डाल लें ये 5 अच्छी आदतें, कभी नहीं होगी पैसे की टेंशन

सही फाइनेंशियल प्लानिंग से आपको जीवन के विभिन्न लक्ष्यों को पूरा करने में मदद मिलती है. काफी सारे लोग जल्दी रिटायर होना चाहते हैं. इसके लिए भी फाइनेंशियल प्लानिंग जरूरी हो जाता है. आइए जानते हैं पर्सनल फाइनेंस के उन 5 आधारभूत सिद्धांतों के बारे में, जो फाइनेंशियल गोल्स हासिल करने और पैसे से पैसा बनाने में आपकी मदद कर सकते हैं...

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जरूरी है सही फाइनेंशियल प्लानिंग
जरूरी है सही फाइनेंशियल प्लानिंग

पैसा कमाना आसान नहीं होता है और बचत करना इससे भी मुश्किल होता है. वर्तमान के साथ-साथ भविष्य को बेहतर बनाने के लिए कमाने के साथ-साथ सेविंग्स और इन्वेस्टमेंट अहम हो जाता है. कहा भी जाता है कि पैसा कमाना जितना जरूरी है, उतना ही अहम फाइनेंशियल प्लानिंग है. सही फाइनेंशियल प्लानिंग से आपको जीवन के विभिन्न लक्ष्यों को पूरा करने में मदद मिलती है. काफी सारे लोग जल्दी रिटायर होना चाहते हैं. इसके लिए भी फाइनेंशियल प्लानिंग जरूरी हो जाता है. आइए जानते हैं पर्सनल फाइनेंस के उन 5 आधारभूत सिद्धांतों के बारे में, जो फाइनेंशियल गोल्स हासिल करने और पैसे से पैसा बनाने में आपकी मदद कर सकते हैं... 

जरूर बनाएं इमरजेंसी फंड

पैसा ज्यादातर मुश्किलों को हल कर सकता है. ऐसे में इमरजेंसी फंड बनाना जरूरी है, जिससे आप जरूरत पड़ने पर पैसा निकाल सकते हैं. इमरजेंसी फंड बनाने के लिए चाहें तो किसी बैंक में खाता खुलवाकर उसमें हर महीने थोड़ी-थोड़ी रकम जमा कर सकते हैं. इन पैसों का इस्तेमाल केवल आपात स्थिति में ही करना चाहिए. वैसे भी कहा जाता है कि आप कम से कम 6 महीने के खर्च के बराबर इमरजेंसी फंड जरूर तैयार रखें. यह किसी भी कारण से नौकरी चले जाने, अचानक आपको या घर के किसी सदस्य के बीमार हो जाने, अचानक कोई दुर्घटना हो जाने जैसी स्थितियों में आपको परेशानियों से बचाता है.

महंगे कर्जों से दूर रहना

जरूरतों को पूरा करने के लिए कर्ज लेना आम बात है. लोग घर खरीदने, कार खरीदने जैसी जरूरतों को पूरा करने के लिए कर्ज लेते ही हैं. हालांकि कई बार ऐसा भी देखने को मिलता है कि लोग कार लोन, होम लोन या अन्य जरूरतों के लिए पर्सनल लोन ले लेते हैं. इस कारण ऐसे लोगों को ब्याज के रूप में लंबे समय तक मोटी रकम चुकानी पड़ती है, क्योंकि पर्सनल लोन की ब्याज दरें अधिक होती हैं. आप चाहें तो ऑटोमैटिक डेब्ट रीपेमेंट प्लान अपनाकर हर महीने ज्यादा पेमेंट कर सकते हैं. इसके अलावा, हर साल लोन के कुछ हिस्से का प्री-पेमेंट भी कर सकते हैं. कर्ज चुकाने से न सिर्फ क्रेडिट स्कोर सुधरेगा बल्कि ब्याज का पैसा भी बचेगा. इन पैसों को इन्वेस्ट करके आप ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं.

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रिटायरमेंट के लिए हमेशा रहें तैयार

बचत ही बुढ़ापे की पूंजी है. ऐसे में रिटायरमेंट प्लानिंग जरूरी है. अगर आप नौकरीपेशा हैं और आपका PF अकाउंट है तो वॉलेंटरी प्रोविडेंट फंड के जरिए कंट्रीब्यूशन बढ़ा सकते हैं. PF खाता नहीं होने पर रेकरिंग डिपॉजिट, PPF, ELSS, म्यूचुअल फंड जैसे कई विकल्प हैं, जिनमें सैलरी का एक हिस्सा आप हर महीने जमा करके अच्छा फंड खड़ा कर सकते हैं. कम उम्र से निवेश करना अच्छा होता है. बहुत जरूरी होने पर ही रिटायरमेंट फंड को हाथ लगाएं. यह आपके काम तब आएगा, जब आप नौकरी से दूर हो जाएंगे और आपकी कोई नियमित मासिक आय नहीं होगी.

जरूर लें लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस

किसी अनहोनी से खुद को और अपने परिवार को बचाने के लिए बीमा पॉलिसी खरीदना जरूरी है. कम उम्र में पॉलिसी खरीदना बेहतर होता है क्योंकि प्रीमियम कम भरना पड़ता है. इसके अलावा, हेल्थ इंश्योरेंस भी लेना चाहिए ताकि इलाज के खर्च के बोझ को कम किया जा सके. इंश्योरेंस आपको अनहोनी की स्थिति में सुरक्षा कवर प्रदान करता है. अगर आपके ऊपर होम लोन जैसा कोई बड़ा कर्ज चल रहा है तो कर्ज की रकम के बराबर टर्म लोन रखना भी होशियारी है.

स्टॉक-डेट आदि में निवेश

सेविंग अकाउंट हो या बैंक एफडी, इन पर ज्यादा ब्याज नहीं मिलता है. कई बार तो इनके ब्याज की दरें महंगाई दर से कम होती हैं. इसका मतलब हुआ कि आपको जितना रिटर्न मिल रहा है, उससे ज्यादा आपके पैसे की वैल्यू कम हो रही है. महंगाई को बीट करने के लिए उससे अधिक दर पर रिटर्न देने वाले साधनों में निवेश करना चाहिए. लंबी अवधि में शेयर बेहतर रिटर्न देते हैं. शेयर मार्केट में बैंक एफडी और RD के मुकाबले ज्यादा रिटर्न मिलता है. हालांकि, स्टॉक मार्केट में निवेश करने से पहले बाजार के बारे में अच्छे से रिसर्च कर लें. इसके लिए आप प्रोफेशनल फाइनेंशियल एडवाइजर्स की हेल्प ले सकते हैं.

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