एलारा कैपिटल ने एक मिड कैप आईटी स्टॉक पर बड़ा टारगेट दे दिया है. ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि भू-स्थानिक समाधानों में विशेषज्ञता रखने वाली इस कंपनी के शेयरों में शानदार तेजी आ सकती है. यह शेयर जेनेसिस इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन लिमिटेड है.
घरेलू ब्रोकरेज ने जेनेसिस इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन लिमिटेड के लिए 940 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है , जो बुधवार के 460.50 रुपये के बंद स्तर से 104.13 प्रतिशत की संभावित बढ़त दिखाता है. इस शेयर में इस साल अब तक 53.09 प्रतिशत की गिरावट आई है, लेकिन पिछले पांच सालों में यह 934.83 प्रतिशत की भारी बढ़त दिखा चुका है.
हालांकि ब्रोकरेज फर्म ने वित्त वर्ष 26 की सितंबर तिमाही (दूसरी तिमाही) में सुस्त प्रदर्शन बताया है. एलारा के अनुसार, कंपनी कई परिचालन मानकों पर उम्मीदों पर खरी नहीं उतरी क्योंकि लागत का दबाव राजस्व ज्यादा रहा.
कैसा रहा कंपनी का प्रदर्शन
वित्त वर्ष 26 की दूसरी तिमाही में, समेकित राजस्व साल-दर-साल 6.8 प्रतिशत और तिमाही-दर-तिमाही 8.6 प्रतिशत बढ़कर 76.9 करोड़ रुपये हो गया, जो अनुमान से लगभग 10 प्रतिशत कम था. EBITDA 30 करोड़ रुपये रहा, जो साल-दर-साल 2.1 प्रतिशत और तिमाही-दर-तिमाही 1.7 प्रतिशत बढ़ा, लेकिन फिर भी उम्मीद से 20 प्रतिशत कम है.
मार्जिन में भारी गिरावट आई, जो साल-दर-साल 181 आधार अंक (बीपीएस) और तिमाही-दर-तिमाही 264 आधार अंक गिरकर 39.0 प्रतिशत रह गया, जिसका मुख्य कारण कर्मचारियों की संख्या में वृद्धि और परिचालन व्यय में वृद्धि रही.
पहले से कम किया है टारगेट
प्रॉफिट बिफोर टैक्स की बात करें तो यह 1.5 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की तुलना में 7 फीसदी कम है. प्रॉफिट आफ्टर टैक्स पिछले साल की तुलना में 8.7 फीसदी बढ़कर 12.1 करोड़ रुपये हो गया. इसमें अन्य इनकम में ग्रोथ और कम टैक्स का योगदान रहा. इक्विटी का हाई कॉस्ट और अस्थिरता को ध्यान में रखते हुए लारा ने अपने DCF बेस्ड टारगेट को 1310 रुपये से घटाकर 940 रुपये कर दिया, जबकि 'खरीदें'रेटिंग बरकरार रखी है.
ब्रोकरेज ने बताया कि कंपनी का क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) यूज पूरी तरह से घोषित उद्देश्यों के अनुरूप है, जिसमें अब तक लगभग 27.4 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है, जबकि शेष धनराशि ब्याज अर्जित करने वाली सावधि जमा में रखी गई है.
टाटा मोटर्स से कंपनी के पास बड़ी डील
इस तिमाही के लिए एक महत्वपूर्ण सकारात्मक पहलू टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स के साथ एक कई साल का कॉन्ट्रैक्ट रहा है. इस समझौते के तहत, जेनेसिस टाटा के सॉफ्टवेयर-डिफाइंड व्हीकल प्लेटफॉर्म के लिए मानक-परिभाषा नेविगेशन मानचित्र और ADAS-तैयार हाई-डेफिनिशन मानचित्र प्रदान करेगा.
हर वाहन, लाइसेंस-शुल्क संरचना एक स्केलेबल वार्षिकी राजस्व पेश करती है. हालांकि निकट भविष्य में राजस्व योगदान सीमित रहने की उम्मीद है, एलारा का मानना है कि यह जीत ऑटोमोटिव-ग्रेड मैपिंग में कंपनी की विश्वसनीयता को काफी मज़बूत करती है और इसके दीर्घकालिक कनेक्टेड मोबिलिटी रोडमैप को सपोर्ट करती है.
(नोट- यहां बताया गया टारगेट एक्सपर्ट्स के अपने विचार हैं. aajtak.in इसकी जिम्मेदारी नहीं लेता है. किसी भी शेयर में निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)