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एड्रेस प्रूफ में लड़की की जगह ट्रैक्टर की फोटो, गांव का नाम ट्रैक्टरपुर, डाकघर, कुत्तापुर... बिहार में ब्लॉक ऑफिस का ब्लंडर मिस्टेक

मुंगेर जिले के सदर प्रखंड कार्यालय की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां से 8 जुलाई को जारी एक निवास प्रमाण पत्र में आवेदक की फोटो की जगह एक सोनालिका ट्रैक्टर की तस्वीर चस्पा कर दी गई.

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एड्रेस प्रूफ में लड़की की जगह ट्रैक्टर की फोटो, गांव का नाम ट्रैक्टरपुर, डाकघर, कुत्तापुर
एड्रेस प्रूफ में लड़की की जगह ट्रैक्टर की फोटो, गांव का नाम ट्रैक्टरपुर, डाकघर, कुत्तापुर

मुंगेर जिले के सदर प्रखंड कार्यालय की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां से 8 जुलाई को जारी एक निवास प्रमाण पत्र में आवेदक की फोटो की जगह एक सोनालिका ट्रैक्टर की तस्वीर चस्पा कर दी गई. यही नहीं, आवेदक का नाम 'सोनालिका कुमारी', पिता का नाम 'बेगूसराय चौधरी', मां का नाम 'बलिया देवी' और पता 'ग्राम - ट्रैक्टरपुर दियारा, वार्ड - 17, डाकघर - कुत्तापुर, पिन कोड - 811202, थाना व प्रखंड - मुफ्फसिल सदर मुंगेर, जिला - मुंगेर' दर्ज किया गया है.

सोशल मीडिया पर हुआ वायरल
प्रमाण पत्र संख्या BRCCO/2025/14127367 जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, लोगों ने प्रखंड कार्यालय की कार्यशैली पर जमकर सवाल खड़े कर दिए. इस गलती को लेकर प्रखंड कार्यालय के कर्मचारियों और अधिकारियों की तीखी आलोचना हो रही है.

घटना पर त्वरित संज्ञान लेते हुए सदर एसडीएम कुमार अभिषेक ने बताया कि 'सोनालिका कुमारी' नाम से निवास प्रमाण पत्र जारी होना उनके संज्ञान में आया है. उन्होंने बताया कि इस प्रमाण पत्र को तत्काल रद्द करने का आदेश जारी कर दिया गया है और संबंधित कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है.

जांच के लिए आईपी एड्रेस ट्रेस किया जा रहा
एसडीएम ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि यह आवेदन किस साइबर कैफे से ऑनलाइन किया गया था. जांच के लिए आईपी एड्रेस भी ट्रेस किया जा रहा है. साथ ही, सदर अंचलाधिकारी और आरओ को संबंधित प्रमाण पत्र रद्द करने का निर्देश भी दे दिया गया है.

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लोगों ने जताई नाराजगी
सोशल मीडिया पर इस सर्टिफिकेट की तस्वीर वायरल होने के बाद मुंगेर जिले के साथ ब्लॉक ऑफिस की भी खूब किरकिरी हो रही है. लोग ब्लॉक ऑफिस में बैठे कर्मचारियों की लापरवाही के मुद्दे को उठा रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह के मामलों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं करनी चाहिए और ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. लोगों का कहना है कि अगर आवेदक को तुरंत किसी काम के लिए इस सर्टिफिकेट को लगाना हो तो वह कैसे इसका इस्तेमाल करेगा. फिलाहल ये मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ता जा रहा है. स्थानीय निवासियों ने जल्द से जल्द से इसमें सुधार कराने की मांग की है.

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