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प्रेमी की चाह में अंधी हुई मां, मोबाइल छीना तो 3 साल के मासूम को जहर पिलाकर ले ली जान

बेगूसराय के मुफस्सिल थाना क्षेत्र में एक महिला ने अपने 3 साल के बेटे को जहर खिलाकर हत्या कर दी और खुद भी जहर खा लिया. दोनों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बेटे की मौत हो गई, जबकि महिला का इलाज चल रहा है. पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है. घटना प्रेमी से बातचीत और मोबाइल विवाद से जुड़ी बताई जा रही है.

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महिला का इलाज चल रहा है.(Photo: Sourabh Kumar/ITG)
महिला का इलाज चल रहा है.(Photo: Sourabh Kumar/ITG)

बिहार के बेगूसराय जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. प्रेमी से बातचीत करने से रोके जाने और मोबाइल छीने जाने से नाराज एक महिला ने अपने तीन साल के मासूम बेटे को जहर खिला दिया. इसके बाद महिला ने खुद भी जहर खा लिया. इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई, जबकि महिला की हालत गंभीर बनी हुई है. उसका इलाज पुलिस हिरासत में सदर अस्पताल में चल रहा है.

दरअसल, यह घटना सूजा शांति नगर की है. मृत बच्चे की पहचान तीन वर्षीय देवराज के रूप में हुई है. वहीं आरोपी महिला 21 वर्षीय आशा देवी है, जो गोरेलाल साह की पत्नी है. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को अस्पताल पहुंचाया गया.

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सोशल मीडिया से शुरू हुआ विवाद

परिजनों के अनुसार, गोरेलाल साह की शादी आशा देवी से जून 2021 में हुई थी. शादी के कुछ समय बाद आशा देवी की सोशल मीडिया के जरिए एक युवक से दोस्ती हो गई थी. दोनों के बीच बातचीत बढ़ने लगी. जब परिवार को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने आशा को समझाया और उसके साथ मारपीट कर मोबाइल भी छीन लिया. उसे उस युवक से दूर रहने को कहा गया.

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इसके बावजूद आशा देवी छोटे मोबाइल के जरिए उस युवक से बातचीत करती रही. इसी दौरान उसका पति काम के सिलसिले में बाहर चला गया था. परिवार में इस बात को लेकर तनाव लगातार बना हुआ था.

नए साल से पहले बढ़ा तनाव

मंगलवार की शाम नए साल को लेकर आशा देवी ने अपने पति से रुपये और बड़ा मोबाइल मांगा. पति ने साफ मना कर दिया और उसे डांटते हुए कहा कि वह उस युवक से बातचीत बंद करें. इसी बात को लेकर आशा देवी काफी नाराज हो गई. परिवार वालों ने भी उसे फटकार लगाई और मोबाइल इस्तेमाल से रोका.

आरोप है कि इसी गुस्से में आकर आशा देवी ने घर में रखी चूहा मारने की दवा पहले अपने बेटे देवराज को खिला दी और फिर खुद भी वही जहर खा लिया.

महिला का बयान और पुलिस कार्रवाई

अस्पताल में होश में आने पर आशा देवी ने बताया कि उसकी एक युवक राजाराम से दोस्ती थी और दोनों में प्यार हो गया था. पति द्वारा मारपीट और मोबाइल छीने जाने के बाद भी वह छोटे मोबाइल से बात करती थी. घटना वाले दिन भी इसी बात को लेकर विवाद हुआ था. पति से बात करने पर उसने कहा था कि 'जो मन है करो'.

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घटना की सूचना मिलते ही डायल-112 की टीम मौके पर पहुंची और मां-बेटे को सदर अस्पताल में भर्ती कराया. इलाज के दौरान देवराज की मौत हो गई.

जांच में जुटी पुलिस

सदर-वन डीएसपी आनंद कुमार पांडेय ने बताया कि प्रारंभिक जांच में प्रेम प्रसंग और मोबाइल को लेकर विवाद की बात सामने आई है. बच्चे की मौत हो चुकी है और महिला का इलाज चल रहा है. पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और सभी पहलुओं से जांच की जा रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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