अमेरिकी अधिकारियों ने रविवार को बताया कि पश्चिमी इराक में अल असद एयरबेस पर ईरान समर्थित आतंकवादियों के हमले में उसके कई कर्मी घायल हो गए. इराक के कुछ कर्मी भी इस हमले में घायल हुए हैं. यूएस सेंट्रल कमांड ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 20 जनवरी को लगभग शाम 6ः30 बजे बगदाद के समय के अनुसार, पश्चिमी इराक में अल असद एयरबेस को निशाना बनाते हुए ईरान समर्थित आतंकवादियों द्वारा कई बैलिस्टिक मिसाइलें और रॉकेट लॉन्च किए गए.
यूएस सेंट्रल कमांड के मुताबिक अधिकांश मिसाइलों को एयर बेस के एयर डिफेंस सिस्टम ने इंटरसेप्ट करके हवा में ही नष्ट कर दिया. कुछ मिसाइलें बेस को निशाना बनाने में सफल रहीं. नुकसान का आकलन जारी है. कई अमेरिकी कर्मियों काे सिर में चोट आई है. इराकी सेवा का कम से कम एक सदस्य इस हमले में घायल हो गया. यूएस सेंट्रल कमांड ने बताया कि अमेरिका ने शनिवार को हूती विद्रोहियों पर बड़ा हमला किया था और लाल सागर में उनकी तीन एंटी-शिप मिसाइलों को नष्ट कर दिया था.
अल असद एयरबेस इराकी सशस्त्र बलों का बेस है, जो पश्चिमी इराक के अल.अनबर गवर्नरेट में स्थित है. इसे मूल रूप से कादिसियाह एयरबेस के नाम से जाना जाता था. ऑपरेशन इराकी फ्रीडम के दौरान यह इराक में दूसरा सबसे बड़ा अमेरिकन मिलिट्री एयरबेस था. अल-असद एयरबेस पर मिसाइल हमले के पीछे हूती विद्रोहियों के होने से इनकार नहीं किया जा सकता. अमेरिकी सेना ने लाल सागर में अपने ऑपरेशन के बारे में बताया कि हूती मिसाइलें इस क्षेत्र में व्यापारिक जहाजों और यूएस नेवी की जहाजों के लिए खतरा थीं. इसलिए आत्मरक्षा में उन मिसाइलों को नष्ट कर दिया गया.
पिछले महीने, उत्तरी इराक में अमेरिकी बेस पर ड्रोन हमले में यूएस सर्विस के तीन सदस्य घायल हो गए थे, जिनमें से एक गंभीर रूप से घायल हो गया था. अमेरिका ने मिसाइल हमलों के जवाब में एयर स्ट्राइक की और कहा कि उसने आतंकियों की कई फैसिलिटी को ताबह कर दिया और संभवतः हवाई हमले में इराक में कई कताइब हिजबुल्लाह आतंकवादी ढेर हो गए. बता दें कि पिछले साल 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास ने अचानक हमला बोल दिया था, जिसने गाजा में घातक युद्ध को जन्म दिया.
इसके बाद से इस क्षेत्र में ईरान समर्थित विद्रोही समूहों और अमेरिकी सेना के बीच लगातार संघर्ष हुए हैं. तब से, अमेरिका ने इस क्षेत्र में व्यापक युद्ध की चेतावनी जारी की है. हमास ईरान द्वारा समर्थित एक क्षेत्रीय गठबंधन का हिस्सा है. इस गठबंधन में शामिल सभी सशस्त्र समूह पश्चिमी शक्तियों और इजरायल के खिलाफ पूरी तरह से एकजुट हैं. इधर, अमेरिका लाल सागर और अदन की खाड़ी में हूती विद्रोहियों पर हमले कर रहा है. यूएस यमन में हूती ठिकानों पर एयर स्ट्राइक भी कर चुका है.
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