इजरायल-ईरान जंग में अमेरिका ने सीधे तौर पर शामिल होकर तेहरान के तीनों अहम न्यूक्लियर साइट्स पर ताबड़तोड़ हवाई हमले किए. अमेरिकी वायुसेना के B2 बॉम्बर्स ने फोर्दो, नतांज और इस्फहान तीनों परमाणु ठिकानों को निशाना बनाकर अटैक किए. इस बीच व्हाइट हाउस के सिचुएशन रूम की कुछ तस्वीरों को जारी किया है, जहां बैठकर ट्रंप और उनकी पूरी टीम एक साथ बैठकर इस ऑपरेशन पर नजर रखे हुए थी.
व्हाइट हाउस की ओर से जारी की गई इन तस्वीरों में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी टीम को इस पूरे ऑपरेशन पर नजर रखे देखा जा सकता है. ये तस्वीरें सिचुएशन रूम की हैं.
इन तस्वीरों में राष्ट्रपति ट्रंप के साथ उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, विदेश मंत्री मार्को रुबियो, रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ और नेशनल इंटेलिजेंस से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों को इस पूरे ऑपरेशन पर नजर रखे हुए देखा जा सकता है.
इसके अलावा सिचुएशन रूम में नेशनल इंटेलिजेंस चीफ तुलसी गबार्ड, ज्वॉइंट चीफ के चेयरमैन डैन केन, सीआईए डायरेक्टर जॉन रैडक्लिफ, चीफ ऑफ स्टाफ सूजी वाइल्स, डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ डैन स्कैविनो, डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ जेम्स ब्लेयर, प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट, एनएससी एंडी बेकर और व्हाइट हाउस के जनरल कॉन्सुलर डेविड वॉरिंगटन भी मौजूद थे. वहीं, ईरान ने पुष्टि की है कि उनके तीन परमाणु ठिकानों पर दुश्मनों ने हमला किया है.
ईरान की परमाणु एजेंसी AEOI ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा कि IAEA की नाक के नीचे इन हमलों को अंजाम दिया गया, जो निंदनीय है.
उन्होंने कहा कि हम अमेरिका का हमला बर्दाश्त नहीं करेंगे. ईरान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आह्वान किया है कि वो भी इन हमलों की निंदा करे.
बता दें कि इस हमले के बाद ट्रंप ने कहा कि हमने फोर्दो, नतांज और इस्फहान ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर सफल हमले किए. अब सभी विमान ईरान के एयरस्पेस से बाहर हैं. फोर्दो में बमों के पूरे पेलोड को गिराया गया. सभी विमान सुरक्षित रूप से अपने घर की ओर जा रहे हैं. हमारे महान अमेरिकी योद्धाओं को बधाई. दुनिया में कोई और सेना नहीं है जो ऐसा कर सकती थी. अब शांति का समय है.
ट्रंप ने बाद में एक और पोस्ट कर कहा कि अमेरिका के खिलाफ ईरान की ओर से की गई किसी तरह की सैन्य कार्रवाई का जवाब दिया जाएगा.
बता दें कि इजरायल और ईरान के बीच जंग का आज 10वां दिन है. इजरायल ने 13 जून को ईरान के खिलाफ ऑपरेशन राइजिंग लॉयन शुरू किया था और उनके परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया था. इसके जवाब में ईरान ने अगले दिन ट्रू ऑपरेशन 3 शुरू किया था और इजरायल के रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया था.
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