देश में उबाल के बीच बॉर्डर पर जुटे बांग्लादेशी, लगाए भारत विरोधी नारे

बांग्लादेश में हालिया हिंसा और अशांति के बीच भारत-बांग्लादेश सीमा पर भारत विरोधी नारे लगाए गए हैं. प्रदर्शनकारियों को बांग्लादेश पुलिस ने लाठीचार्ज कर खदेड़ा. इस बीच बांग्लादेश से भारत आने वाले लोगों ने अच्छे रिश्ते बनाए रखने की इच्छा जताई और शांति की उम्मीद की है.

Advertisement
भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर बांग्लादेशियों ने भारत विरोधी नारे लगाए हैं (File Photo: Reuters) भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर बांग्लादेशियों ने भारत विरोधी नारे लगाए हैं (File Photo: Reuters)

अनुपम मिश्रा

  • नई दिल्ली,
  • 19 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 7:02 PM IST

बांग्लादेश में हिंसा और अशांति के बीच आज पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के भारत बांग्लादेश बॉर्डर पर भारत विरोधी नारे लगाए गए. सूत्रों के मुताबिक, पेट्रापोल-बेनापोल सीमा पर बांग्लादेश की तरफ सैंकड़ों की संख्या में लोग जमा हो गए और भारत विरोधी नारेबाजी शुरू कर दी. काफी देर तक ये नारेबाजी चलती रही. बाद में बांग्लादेश पुलिस और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा.

Advertisement

बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार देश को संभालने में पूरी तरह नाकाम रही है. यूनुस के नेतृत्व वाली सरकार में बांग्लादेश एक बार फिर हिंसा की चपेट में है जहां अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है. 

बांग्लादेश से भारत आ रहे बांग्लादेशी लोगों का कहना है कि बहुत से बांग्लादेशी देश के हालात से खुश नहीं है. अशांति के दौरान भी वो लोग भारत के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखना चाहते हैं. अलग-अलग जरूरतों के लिए बांग्लादेश से भारत आने वाले पैसेंजर कह रहे हैं कि वो भारत के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखना चाहते हैं. उन्हें उम्मीद है कि बांग्लादेश में बहुत जल्द शांति लौट आएगी.

हालांकि, बांग्लादेश से भारत आने वाले कई लोगों का कहना है कि बांग्लादेश में हर जगह अशांति का माहौल नहीं है. ज्यादातर मामलों में, यह देखा गया है कि अशांति की ऐसी घटनाएं ढाका में ज्यादा हो रही हैं. 

Advertisement

बांग्लादेश में हालिया हिंसा की वजह क्या है?

बांग्लादेश में हालिया हिंसा भारत विरोधी छात्र नेता उस्मान हादी की मौत के बाद फैली है. बीते हफ्ते 12 दिसंबर को हादी को गोली मार दी गई थी. बेहतर इलाज के लिए उसे सिंगापुर ले जाया गया जहां गुरुवार को उसकी मौत हो गई. हादी के समर्थकों ने उसकी मौत के बाद ढाका सहित बांग्लादेश के कई शहरों में भारी उत्पात मचाया है.

गुरुवार रात को मीडिया हाउसों, सांस्कृतिक केंद्रों को आग के हवाले कर दिया गया. बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीबुर रहमान के आवास में भी आग लगा दी गई. हिंसा में अल्पसंख्यकों को भी निशाना बनाया गया. दंगाइयों ने एक हिंदू युवक को ईशनिंदा के आरोप में पीट-पीटकर मार डाला.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement