प्रयागराज: साइबर ठगी का शिकार होने से बची बुजुर्ग महिला, बैंक स्टाफ ने 1 करोड़ 20 लाख के फ्रॉड से बचाया

प्रयागराज में सेवानिवृत्त शिक्षिका को साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट कर लिया था. जिसके बाद महिला 1 करोड़ 20 लाख रुपये साइबर ठगों के खाते में ट्रांसफर कराने सिविल लाइंस स्थित पंजाब नेशनल बैंक पहुंच गई. लेकिन बैंक मैनेजर और अन्य कर्मचारियों की सतर्कता की वजह से वह ठगी का शिकार होने से बच गई.

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बैंक स्टाफ, जिनकी सतर्कता से ठगी का शिकार होने से बची महिला. (Photo: Pankaj Srivastava/ITG) बैंक स्टाफ, जिनकी सतर्कता से ठगी का शिकार होने से बची महिला. (Photo: Pankaj Srivastava/ITG)

पंकज श्रीवास्तव

  • प्रयागराज,
  • 31 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 1:43 PM IST

संगम नगरी प्रयागराज में डिजिटल अरेस्ट का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. जहां एक रिटायर्ड शिक्षिका को साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट किया. इसके बाद महिला इतना परेशान हो गई कि वह अपनी गाढ़ी कमाई का एक करोड़ बीस लाख रुपया साइबर ठगों के अकाउंट में ट्रांसफर करने के लिए तैयार हो गई. लेकिन पंजाब नेशनल बैंक, सिविल लाइन के चीफ बैंक मैनेजर विपिन कुमार व अन्य कर्मचारियों की सजगता से महिला के साथ साइबर फ्रॉड होने से बच गया. 

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दरअसल 63 वर्षीय रिटायर्ड शिक्षिका चंचल श्रीवास्तव प्रयागराज के सिविल लाइंस के क्लाइव रोड पर रहती हैं. सोमवार को उन्हें साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट कर लिया. इसके बाद बुजुर्ग महिला घबराई हुई तकरीबन 1:30 बजे बैंक पहुंची. महिला सबसे पहले फ्रंट ऑफिस पर बैंक कर्मचारी नीतू से‌ मिली और उनसे 90 लाख की एफडी तोड़कर अपने सेविंग अकाउंट में भेजने की बात कही. लेकिन इतना ज्यादा अमाउंट होने की वजह से बैंक कर्मचारी ने चीफ मैनेजर विपिन कुमार को यह बात बताई.

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बैंक के चीफ मैनेजर की सूझबूझ से ठगी का शिकार होने से बची महिला

इसके बाद चीफ मैनेजर ने भी बुजुर्ग महिला खाताधारक से बातचीत की और उनसे पूछा कि वह आखिर किस लिए इतनी बड़ी रकम की एफडी तुड़वाना चाहती हैं. बुजुर्ग महिला ने पहले बताया कि उनका बेटा विदेश में रहता है और वह कोई प्रॉपर्टी ले रही हैं. बातचीत के दौरान महिला बार-बार अपने फोन को छुपा रही थी. साथ ही महिला यह भी नहीं बता पा रही थी कि पैसे किस अकाउंट में भेजने हैं. जिससे बैंक मैनेजर का शक और गहरा गया.

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ऐसे में बैंक मैनेजर ने बैंक स्टाफ नीतू को महिला के बैंक से बाहर निकलने के बाद उनके पीछे भेजा. क्योंकि बैंक मैनेजर को यह आशंका थी कि बाहर जाने के बाद साइबर ठग उसे जरूर फोन करेंगे. महिला के बाहर जाने पर ठीक वैसा ही हुआ और ठगों ने उसके पास फोन किया. जिसके बाद चीफ बैंक मैनेजर ने साइबर क्राइम थाना पुलिस को इस मामले की सूचना दी और पुलिस भी मौके पर पहुंच गई.

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ठगों ने महिला की बेटी और बेटा बनकर बैंक मैनेजर से की बात

करीब 2 घंटे की पूछताछ के बाद महिला ने कोटक महिंद्रा बैंक का एक अकाउंट दिया जो कि रांची का था. महिला ने इस अकाउंट में 90 लाख रुपए भेजने के लिए स्लिप भी भरकर दे दी. इस बीच बैंक मैनेजर ने बुजुर्ग महिला को बातों में उलझाए रखा और अपने एक कर्मचारी अभिषेक को कोटक महिंद्रा बैंक भेज कर जिस अकाउंट में महिला रुपए भेजना चाहती थी उसकी जानकारी जुटाई. कोटक महिंद्रा बैंक ने बताया कि जिस अकाउंट में महिला रुपए भेजना चाहती है, वह अकाउंट अक्टूबर में खुला हुआ करंट अकाउंट है.

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इस अकाउंट में सिर्फ बड़ी रकम का ट्रांजैक्शन होता है. इस बीच साइबर ठग ने बैंक मैनेजर से भी बातचीत की. इस दौरान एक महिला साइबर ठग ने बुजुर्ग महिला की बेटी बनकर और एक ने बेटा बन कर बात की. हालांकि बैंक मैनेजर के सवाल पूछने पर दोनों सही जवाब नहीं दे पाए. इसके बाद बैंक मैनेजर ने विदेश में रह रहे महिला के वास्तविक बेटे से भी बात की. महिला के बेटे से बात करने के बाद यह तय हो गया कि महिला मुसीबत में है और उसे डिजिटल अरेस्ट किया गया है. ऐसे में साइबर क्राइम थाना पुलिस ने महिला को ट्रांजैक्शन करने से रोक दिया और वह ठगी से बच गई.

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