अयोध्या: रावत मंदिर के महंत राम मिलन दास की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, खाते में थे 9 करोड़ से अधिक

अयोध्या के रावत मंदिर के महंत राम मिलन दास की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया, लेकिन मुंह से झाग निकलने और खाते में 9.5 करोड़ रुपये से अधिक की रकम (हाल ही में 8 करोड़ की जमीन बेचने से मिली) होने के कारण संदेह गहरा गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

Advertisement
रावत मंदिर के महंत राम मिलन दास (Fille Photo) रावत मंदिर के महंत राम मिलन दास (Fille Photo)

मयंक शुक्ला

  • अयोध्या ,
  • 13 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 11:24 AM IST

अयोध्या के प्रतिष्ठित रावत मंदिर के महंत राम मिलन दास की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. उनकी तबीयत अचानक बिगड़ी और मुंह से झाग निकलने लगा. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया है, लेकिन हाल ही में बेची गई बेशकीमती जमीन और बैंक खाते में 9.5 करोड़ रुपये से अधिक की रकम को लेकर संदेह गहरा गया है. 

Advertisement

आपको बता दें कि शनिवार शाम को यह घटना अयोध्या के रावत मंदिर में हुई थी. शिष्य महंत राम मिलन दास को अस्पताल ले गए, जहां उन्हें मृत घोषित किया गया. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, मौत का कारण हार्ट अटैक था, जिसमें हृदयगति रुकने से पहले ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ था. वह पहले से डायबिटीज के मरीज थे. 

महंत राम मिलन दास कुशीनगर के मूल निवासी थे और पिछले 15 वर्षों से रावत मंदिर के महंत थे. सूत्रों के अनुसार, उन्होंने दो माह पहले रामघाट स्थित मंदिर की बहुमूल्य भूमि को 8 करोड़ रुपये में बेचा था. इसके अलावा, उनके बैंक खाते में पहले से करीब डेढ़ करोड़ रुपये थे.  इसका मतलब है कि मृत्यु से पूर्व उनके पास कुल 9.5 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति थी, जिसने मौत पर संदेह पैदा कर दिया है. 

Advertisement

राम मंदिर आंदोलन और सीएम योगी से नजदीकी

महंत राम मिलन दास के गुरु महंत राम दास कोकिल राम मंदिर आंदोलन के अग्रणी संतों में शामिल थे. राम मिलन दास की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी नजदीकी मानी जाती थी. सीएम योगी अपने अयोध्या दौरों के दौरान कई बार रावत मंदिर जाकर उनसे मुलाकात कर चुके हैं.  रावत मंदिर का निर्माण गोरखपुर के रावत भीटी गांव के लोगों ने कराया था, इसलिए इसका नाम रावत मंदिर पड़ा. 

पुलिस जांच में जुटी, संशय बरकरार

महंत की मौत को लेकर फिलहाल संदेह बना हुआ है, हालांकि अब तक कोई भी लिखित शिकायत पुलिस को नहीं मिली है. एसपी सिटी चक्रपाणि त्रिपाठी ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण हार्ट अटैक है, फिर भी पुलिस जांच जारी रखेगी. बैंक खाते में बड़ी धनराशि और जमीन बिक्री के कारण कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. पुलिस परिजनों या शिष्यों की ओर से तहरीर मिलने का इंतजार कर रही है. 

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement