अतीक की हत्या के बाद 800 फोन नंबर अचानक बंद, बड़े बेटे के बर्ताव में बड़ा बदलाव

उमेश पाल मर्डर केस में पुलिस ने शूटरों की तलाश में अतीक से जुड़े लोगों के नंबर सर्विलांस पर डाले थे, जिनमें से 800 नंबर अचानक बंद हो गये हैं. इस बीच लखनऊ जेल में बंद अतीक अहमद के सबसे बड़े बेटे उमर के बर्ताव में बड़ा बदलाव आया है. पिता अतीक अहमद और चाचा अशरफ की हत्या के बाद से उमर बेहद शांत रहने लगा है.

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हत्या से चंद सेकेंड पहले अतीक और अशरफ हत्या से चंद सेकेंड पहले अतीक और अशरफ

संतोष शर्मा

  • प्रयागराज,
  • 21 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 10:29 AM IST

माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद 800 फोन नंबर अचानक बंद हो गये हैं. उमेश पाल मर्डर केस में पुलिस ने शूटरों की तलाश में अतीक से जुड़े लोगों के नंबर सर्विलांस पर डाले थे, जिनमें से 800 नंबर अचानक बंद हो गये हैं. फोन नंबर बंद होने का सिलसिला जारी है. बंद हुए फोन नंबरों की डीटेल पुलिस खंगाल रही है. 

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जिन लोगों के नंबर बंद हुए हैं, उनमें अतीक की जमीन की खरीद-फरोख्त में शामिल लोग भी शामिल हैं. उमेश पाल के शूटरों की तलाश में पुलिस टीमों ने शूटर के दोस्तों रिश्तेदारों के साथ-साथ अतीक अहमद की जमीन खरीद-फरोख्त से जुड़े लोगों के नंबर सर्विलांस पर लिए थे. बंद हुए नंबरों का डिटेल खंगाला जा रहा. उनकी कॉल डिटेल ली जा रही.

इस बीच लखनऊ जेल में बंद अतीक अहमद के सबसे बड़े बेटे उमर के बर्ताव में बड़ा बदलाव आया है. पिता अतीक अहमद और चाचा अशरफ की हत्या के बाद से उमर बेहद शांत रहने लगा है. छोटे भाई असद के एनकाउंटर की खबर मिलने के बाद उमर एक घंटे तक रोता रहा. इसके बाद वह शांत हो गया है.

हत्या पर उमर ने पूछा था एक सवाल

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बीते शनिवार को अतीक अहमद और अशरफ की हत्या की खबर जैसे ही उमर को मिली तो वह अचानक बैरक में बैठ गया और ऊपर देखकर दुआ मांगी. उमर को दूसरे दिन यानि रविवार को पता चला था कि अतीक और अशरफ की हत्या हो गई है. हत्या की खबर पर जेल बंदी रक्षक से सिर्फ एक सवाल किया कि हत्या करने वाले कौन थे? क्या वो पकड़े गए?

भाई के इनकाउंटर और पिता-चाचा की हत्या के बाद भी उमर रोजे में रहकर शांत हो गया. बीते रविवार से उमर ने हाई सिक्योरिटी बैरक में तैनात जेल कर्मियों से भी बात करना बंद किया. बैरक में उमर सिर्फ चहलकदमी करके या मंगवाई किताबों को पढ़कर रहता है. उसके हाव-भाव में एक दम से तब्दीली आ गई है.

शाइस्ता की तलाश में छापेमारी जारी

वहीं, उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी शाइस्ता परवीन को यूपी पुलिस शिद्दत से ढूढ़ रही है. पुलिस, प्रयागराज से लेकर कौशांबी तक शाइस्ता को खोज रही है. 200 से ज़्यादा घरों की तलाशी ली जा चुकी है. शक के आधार पर दो दर्जन से अधिक महिलाओं से पूछताछ की गई, लेकिन शाइस्ता नहीं मिली. अतीक के कुछ रिश्तेदारों को भी पुलिस ने उठाया है.

शाइस्ता परवीन, उमेश पाल हत्याकांड से पहले 19 फरवरी को सीसीटीवी फुटेज में नज़र आयी थी. उसके साथ उमेश
पाल हत्याकांड में शामिल शूटर साबिर भी नज़र आया था. साबिर पर पांच लाख का इनाम है और शाइस्ता पर 50 हज़ार का इनाम है. अतीक अहमद का दाहिना हाथ माने जाने वाला उसका गुर्गा असाद कालिया भी गिरफ्तार कर लिया गया है.

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आयशा नूरी और जैनब भी फरार

पांच मुकदमों में वांटेड असाद पर 50 हजार का इनाम घोषित था. ऐसे में पुलिस को भरोसा है कि शाइस्ता तक वो बहुत जल्द ही पहुंच जाएगी. शाइस्ता के अलावा पुलिस को अतीक अहमद की बहन आयशा नूरी और अतीक के भाई अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा की भी तलाश है. दोनों को पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाया है.

गुड्डू मुस्लिम कहां है?

इन तीन महिलाओं के अलावा पुलिस के लिए एक बड़ी गुत्थी बमबाज गुड्डू मुस्लिम है. पांच लाख का इनामी गुड्ड मुस्लिम की 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या के बाद अब तक पांच लोकेशन मिली है. पहली लोकेशन- मेरठ, दूसरी लोकेशन- झांसी, तीसरी लोकेशन- नासिक, चौथी लोकेशन-कर्नाटक और अब ओडिशा.

अतीक अहमद को सबसे खास राजदार गुड्डू मुस्लिम को लगातार पुलिस खोज रही है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि उसकी आखिरी लोकेशन अब ओडिशा मिली है. एसटीएफ की टीम उसकी लोकेशन को ट्रेस कर पुरी पहुंची, लेकिन अधिकारियों के पहुंचने से पहले गुड्डू गायब हो चुका था.

खुलासा ये भी हुआ है कि गुड्डू मुस्लिम के लखनऊ के एक रईसजादे और दो नेताओं से सीधे संपर्क थे. लखनऊ में रहने के दौरान गुड्डू उसी रईसजादे के गेस्ट हाउस में रुकता था. पुलिस को इस बात का भी शक है कि वो अपने पुराने दोस्तों की मदद से छिप रहा है.

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