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भारत में बन रहा दुनिया का सबसे ऊंचा ब्रिज, एफिल टावर से भी ऊंचा

aajtak.in
  • 10 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 11:00 AM IST
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जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज बन रहा है. यह पेरिस के एफिल टावर से भी 35 मीटर (करीब 115 फीट) ज्यादा ऊंचा है. यह भारतीय रेलवे के इतिहास का अब तक सबसे कठिन प्रोजेक्ट है. इस प्रोजेक्ट को कोंकण रेलवे पूरा कर रहा है. यह रेलवे ब्रिज चेनाब नदी के ऊपर बन रहा है. यह ब्रिज ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल परियोजना का हिस्सा है. जो मार्च 2021 तक पूरा होगा. आइए जानते हैं इस ऐतिहासिक परियोजना के बारे में...
(प्रतीकात्मक फोटो)

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इस ब्रिज की कुल लंबाई करीब 1.3 किलोमीटर है. जबकि यह 359 मीटर (करीब 1178 फीट) ऊंचा है. जबकि पेरिस का एफिल टावर 324 मीटर (करीब 1063 फीट ऊंचा) है. इस ब्रिज के मुख्य आर्क का व्यास 485 मीटर (1591 फीट) है. इसके सबसे ऊंचे खंभे की ऊंचाई 133.7 मीटर (करीब 439 फीट है). इस ब्रिज में कुल 17 खंभे लगे हैं.  (प्रतीकात्मक फोटो)

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ऊधमपुर से बारमुला तक के इस रेल प्रोजेक्ट की कुल लंबाई करीब 326 किलोमीटर है. इस ब्रिज को बनाने के लिए कुल 25 हजार मीट्रिक टन स्टील लगाया गया है. यह पुल 266 किलोमीटर प्रतिघंटा चलने वाली हवा को भी बर्दाश्त कर सकता है. साथ ही यह भूंकप रोधी और विस्फोट रोधी भी है. (प्रतीकात्मक फोटो)

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इस ब्रिज को अगर बम लगाकर उड़ाने को कोशिश भी की जाएगी तो वह फेल हो जाएगी. क्योंकि इसका स्टील विस्फोट रोधी है. इस ब्रिज पर 100 किलोमीटर प्रतिघंटा की अधिकतम गति से ट्रेन चल सकती है. इस ब्रिज को बनाने में करीब 512 करोड़ रुपए लगेंगे. जबकि पूरी रेल परियोजना की लागत 20 हजार करो़ड़ रुपए है. (प्रतीकात्मक फोटो)

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इस रेल परियोजना के तहत जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग, शोपियां, पुलवामा, श्रीनगर, बडगाम और बारामुला जिले कवर हो जाएंगे. इस परियोजना के तहत करीब 15 स्टेशन आएंगे. इस परियोजना में 62 बड़े और 739 छोटे ब्रिज होंगे. इनके अलावा 10 रोड ओवर ब्रिज भी बनेंगे. (ग्राफिक्सः यूट्यूब)

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