कानपुर गोलीकांड के मास्टरमाइंड विकास दुबे का खेल आखिरकार खत्म हो गया है. उसका एनकाउंटर हो गया है. उज्जैन से जब यूपी एसटीएफ की टीम विकास दुबे को कानपुर ला रही थी, तब रास्ते में गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया. इसी दौरान विकास ने भागने की कोशिश की, तो पुलिस और गैंगस्टर के बीच मुठभेड़ हुई.
(Photo: PTI)
इसी मुठभेड़ के दौरान विकास दुबे को मारा गया है. विकास दुबे को
स्ट्रेचर पर लाला लाजपत राय हॉस्पिटल में लाया गया है. जानकारी के मुताबिक
विकास दुबे को कानपुर ला रही एसटीएफ के काफिले की गाड़ी शुक्रवार सुबह
दुर्घटनाग्रस्त हो गई. हादसा कानपुर टोल प्लाजा से 25 किलोमीटर दूर हुआ.
बताया
जा रहा है कि जब गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई, उस समय विकास दुबे हथियार
छीनकर भाग निकला. घटनास्थल से सात से आठ किलोमीटर की दूरी पर विकास दुबे और
पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई. घायल अवस्था में विकास दुबे को अस्तपाल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शी का कहना
है कि हमने फायरिंग की आवाज सुनी थी. गाड़ी का एक्सीडेंट नहीं हुआ था.
हमने गोली की आवाज सुनी. इसके बाद पुलिस ने हमें भगाने की कोशिश की. हम
वहां से हट गए. हम लोगों ने गोलियों की आवाज सुनी थी.
हादसे को लेकर
यूपी एसटीएफ के अफसर अभी कुछ बोलने से बच रहे हैं, लेकिन माना जा रहा है
कि मीडिया की नजर से विकास दुबे को बचाने के लिए गाड़ी की रफ्तार काफी तेज
थी. बारिश और तेज रफ्तार के कारण गाड़ी पलट गई.
खबर है कि विकास
दुबे ने गाड़ी पलटते ही पुलिसकर्मियों का हथियार छीन लिया और भागने लगा.
घटनास्थल से सात से आठ किलोमीटर की दूरी पर विकास दुबे और पुलिसकर्मियों के
बीच मुठभेड़ हुआ. इस दौरान विकास दुबे गंभीर रूप से घायल हो गया.
सूत्रों
का कहना है कि इस एनकाउंटर में विकास दुबे की मौत हो गई. उसकी बॉडी को
लाला लाजपत राय हॉस्पिटल में लाया गया है, जहां पुलिस के आला अफसर पहुंचने
लगे हैं. अभी कोई कुछ भी बोलने से बच रहा है.
बता दें कि विकास दुबे
की तलाश एक हफ्ते से की जा रही थी, लेकिन पुलिस की पकड़ से वो दूर ही रहा
था. गुरुवार को अचानक वो उज्जैन के महाकाल मंदिर के बाहर मिला, जहां उज्जैन
पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया. लेकिन गिरफ्त में आने के 24 घंटे के अंदर ही
विकास दुबे को मारा गया.
विकास दुबे को यूपी पुलिस हरियाणा और राजस्थान में तलाश रही थी, लेकिन वो मिला मध्य प्रदेश के उज्जैन में. गुरुवार सुबह करीब साढ़े सात बजे विकास दुबे महाकाल मंदिर पहुंचा, जहां उसने अंदर मंदिर के दर्शन किए.
इसी दौरान किसी दुकानदार ने विकास दुबे को पहचाना, जिसके बाद
सुरक्षाकर्मी को सूचना दी गई. इसके बाद स्थानीय पुलिस को बुलाया गया और
पकड़ा गया था.
गुरुवार शाम को विकास दुबे को MP से UP लाने की
प्रक्रिया शुरू हुई. यूपी एसटीएफ की टीम उसे कानपुर लेकर रवाना हुई.
शुक्रवार सुबह STF के काफिले के एक्सीडेंट की खबर आई. इसी दौरान विकास दुबे
भागने लगा और एनकाउंटर में मारा गया