रोहित शर्मा और विराट कोहली को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया है. रोहित-कोहली (ROKO) ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के बाद से कोई प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेला है. ऐसे में उनकी मैदान पर वापसी का फैन्स को बेसब्री से इंतजार है. ये इंतजार 19 अक्टूबर को खत्म होगा, जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला खेलेगी.
बड़ी बात ये है कि रोहित शर्मा ऑस्ट्रेलिया दौरे पर स्पेशलिस्ट बल्लेबाज के तौर पर खेलेंगे क्योंकि अब उन्हें वनडे टीम की कप्तानी से हटा दिया गया है. रोहित की जगह शुभमन गिल टेस्ट के बाद वनडे टीम के भी नए कप्तान बने हैं. अजीत अगरकर की अगुवाई वाली चयन समिति के इस फैसले ने फैन्स को हैरान कर दिया है. फैन्स सवाल पूछ रहे हैं कि शानदार प्रदर्शन के बावजूद रोहित शर्मा से कप्तानी क्यों छीनी गई.
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TOI की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) और टीम प्रबंधन ने 2027 के वनडे वर्ल्ड कप के लिए एक दीर्घकालिक ब्लूप्रिंट तैयार किया है. इस दौरान ये राय भी बनी कि शुभमन गिल को वनडे टीम का कप्तान बनाया जाए. इस ट्रांजिशन के लिए सबसे बड़ी चुनौती रोहित शर्मा को मैनेज करना था, जिन्होंने इसी साल अपनी कप्तानी में भारत को आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 का खिताब जिताया था.
मैच नहीं खेलना रोहित के खिलाफ गया
बीसीसीआई के अधिकारियों का मानना था कि अगला वनडे वर्ल्ड कप अभी दो साल दूर है और रोहित शर्मा केवल वनडे फॉर्मेट में खेलते हैं, जिसके चलते उन्हें पर्याप्त मैच प्रैक्टिस नहीं मिल पाती. रोहित ने सभी फिटनेस मानकों को पूरा किया है, लेकिन हालिया समय में वो क्रिकेटिंग एक्शन से दूर रहे हैं जो उनके खिलाफ गया. चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इशारों-इशारों में इसके संकेत भी दिए.
रोहित शर्मा ने आखिरी बार प्रतिस्पर्धी क्रिकेट आईपीएल 2025 में मुंबई इंडियंस (MI) के लिए खेला था, जबकि उनका पिछला इंटरनेशनल मैच आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 में था. शुरुआत में बीसीसीआई के भीतर मतभेद थे क्योंकि रोहित का कप्तानी रिकॉर्ड शानदार रहा है. लेकिन जैसे-जैसे ऑस्ट्रेलिया दौरा नजदीक आया, बदलाव के पक्ष में सहमति बन गई.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि विराट कोहली की स्थिति भी रोहित शर्मा जैसी ही है क्योकि दोनों इस वक्त केवल वनडे क्रिकेट ही खेल रहे हैं. जहां रोहित 38 वर्ष के हैं, वहीं विराट 36 साल के हैं. ऐसे में बोर्ड ने भविष्य को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'अगर हम चीजों को और टालते रहेंगे तो यह और जटिल हो जाएगी. दो खिलाड़ियों में से एक 38 के हैं और दूसरे 36 के. ऐसे में शुरुआती दांव लगाना मुश्किल है. युवा खिलाड़ी भी फॉर्म या फिटनेस खो सकते हैं, लेकिन यह अपेक्षाकृत सुरक्षित विकल्प है.'
रोहित-कोहली को लेकर अगरकर ने क्या कहा?
अजीत अगरकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि रोहित शर्मा और विराट कोहली 2027 के वर्ल्ड कप में खेलने के लिए प्रतिबद्ध नहीं हैं. अगरकर बताना चाहते थे कि उस टूर्नामेंट के लिए रोहित और विराट की टीम में जगह की गारंटी नहीं दी जा सकती है. अगरकर ने कहा कि बीसीसीआई की पॉलिसी है कि टीम में सेलेक्शन के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना होगा. ये देखना होगा कि आने वाले समय में विराट कोहली और रोहित शर्मा घरेलू वनडे टूर्नामेंट (विजय हजारे ट्रॉफी) में खेलते हैं या नहीं.
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दोनों खिलाड़ियों पर यदि बीसीसीआई की ओर से घरेलू मैच खेलने का ज्यादा प्रेशर बनाया जाता है तो वे निकट भविष्य में बड़ा फैसला ले सकते हैं. पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा का मानना है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास नहीं लेना चाहिए था क्योंकि इससे उन्हें काफी गेम टाइम मिलाता. आकाश कहते हैं कि कोहली और रोहित शर्मा को अब लगातार रन बनाने होंगे, नहीं तो कोई और उनकी जगह टीम में आ सकता है.
बीसीसीआई अब टीम को ऐसे खिलाड़ियों के इर्द-गिर्द तैयार करना चाहती है जो 2027 वर्ल्ड कप में कमाल कर सके. शुभमन गिल को कप्तान बनाना इसी रणनीति का हिस्सा है. रोहित शर्मा और विराट कोहली भारतीय क्रिकेट के दो बड़े सितारे हैं, लेकिन अब चयन समिति ने संकेत दे दिया है कि भारतीय टीम की नजरें युवा खिलाड़ियों पर हैं. यह बदलाव भावनात्मक रूप से कठिन जरूर है, लेकिन यह भारतीय क्रिकेट में नई शुरुआत भी हो सकती है.
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