दिल्ली विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल में भारतीय जनता पार्टी (BJP) हारती हुई नजर आ रही है. इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल ने दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रचंड जीत का अनुमान जताया है. हालांकि चुनाव के नतीजे 11 फरवरी को सामने आएंगे. इससे पहले ज्योतिषियों ने 11 फरवरी की तारीख केजरीवाल के लिए बेहद शुभ बताई है.
ज्योतिषी शिरोमणि सचिन के अनुसार दिल्ली के
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मेष राशि है. ज्योतिषियों का कहना है कि 11 फरवरी की तारीख
केजरीवाल के लिए बेहद शुभ है.
आम आदमी पार्टी के संयोजक
अरविंद केजरीवाल की कुंडली की. अरविंद केजरीवाल की कुंडली वृषभ लग्न की है.
यहां सिंह राशि के चौथे घर में गुरु, शुक्र और बुध की युति बन रही है, जो
कि जनता का भाव होता है.
केजरीवाल की कुंडली में कर्क राशि के तीसरे घर में सूर्य और मंगल बैठा हुआ है. पंचम भाव में केतु और एकादश भाव में राहु बैठा हुआ है.
इसके अलावा 12वीं यानी मेष राशि में शनि और चंद्रमा
का विषयोग बन रहा है. ज्योतिषि के अनुसार चुनाव के दौरान केजरीवाल के ग्रह
काफी मजबूत स्थिति में नजर आ रहे हैं.
11 फरवरी को जब चुनाव के नतीजे घोषित होंगे तब
चंद्रमा कुंडली के चौथे घर यानी सिंह राशि में प्रवेश कर रहे होंगे. जबकि
कुंडली 9वें भाव में प्रवेश कर रहा होगा जो कि भाग्य का स्थान माना जाता
है.
कुल मिलाकर देखा जाए तो केजरीवाल की कुंडली में 11
फरवरी को लग्नेश की स्थिति ज्यादा मजबूत नजर आ रही है. ऐसे में चुनाव के
दौरान ग्रहों का ऐसा योग उनके लिए लाभ की स्थिति बना सकता है.
सितारे अरविंद केजरीवाल का साथ देते नजर आ
रहा हैं. चौथे भाव में बृहस्पति, शुक्र और बुध की युति अरविंद केजरीवाल की
स्थिति को ज्यादा मजबूत बना रही है. जबकि मनोज तिवारी के लिए सफलता के उतने
योग नहीं बन रहे हैं.
मेष राशि के नवम भाव में बृहस्पति और केतु का गोचर केजरीवाल को सफलता की ओर ले जा रहा है. हालांकि, यही चुनाव अगर महीनेभर पहले हो जाते तो शायद परिणाम कुछ और ही होते.
ज्योतिषियों का ये भी कहना है कि राजनीतिक परिदृष्य से आने वाला समय अरविंद केजरीवाल के लिए काफी अच्छा साबित हो सकता है.
ज्योतिषी प्रतीक भट्ट अनुसार छठा घर कॉम्पीटिशन
(प्रतियोगिता) के रूप में देखा जाता है. केजरीवाल के चौथे घर का मालिक
शुक्र छठे घर में बैठा हुआ है. छठे घर में शुक्र का बृहस्पति के साथ बैठना
मतलब जनता का आशीर्वाद मिलने जैसा है.
छठे घर में शुक्र-बृहस्पति के साथ बुध का संयोग उनके
मजबूत संवाद की ओर इशारा कर रहा है. ऐसी स्थिति में इंसान अपनी बातों से
किसी का भी दिल जीतने की ताकत रखता है.
केजरीवाल के लिए साल 2026 तक बृहस्पति की दशा राजयोग
कारक दशा है. इसलिए अगले छह सालों तक इन्हें सत्ता से हटाना किसी भी विरोधी
के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है.
अगर चुनाव की तारीख यानी 8 फरवरी और 11 फरवरी पर नजर डालें तो दोनों ही अंकों पर शनि का असर पड़ेगा. हालांकि 24 जनवरी को शनि का राशि परिवर्तन होते ही ये केजरीवाल की राशि के दशम भाव में बैठ जाएगा, जो कि सत्ता का कारक होता है.
11 फरवरी को नतीजे आने हैं उस दिन केजरीवाल की राशि
के पांचवें घर में चंद्रमा, राशि के एकादश भाव में बुध की युति, दशम भाव
में सूर्य और शनि और नवम भाव में मंगल, गुरु केतु स्थिति मजबूत बना रहे
हैं.
अजय माकन के बाद कांग्रेस से जिस नेता की कुंडली सबसे ज्यादा मजबूत नजर आती है, वो हैं अरविंदर सिंह लवली. इस दौरान अजय माकन की कुंडली में भी अच्छे योग बनते नजर आ रहे हैं.
अगर कांग्रेस अजय माकन और अरविंदर सिंह लवली का नाम सामने रखकर चुनाव लड़ती तो बेहतर प्रदर्शन की संभावना थी.
ज्योतिषी भावना शर्मा ने बताया कि 24 जनवरी को होने वाले शनि गोचर से पहले दिल्ली में बड़े स्तर पर वाद-विवाद देखने को मिला. शनि गोचर का प्रभाव आने वाले समय में बीजेपी और नरेंद्र मोदी की कुंडली को भी करेगा.
ज्योतिषियों के अनुसार, बीजेपी से डॉ. हर्षवर्धन की कुंडली सबसे ज्यादा मजबूत मानी जा रही है. विधानसभा चुनाव में हर्षवर्धन मनोज तिवारी से ज्यादा प्रभावशाली साबित हो सकते हैं.
अगर दिल्ली में बीजेपी हर्षवर्धन के नेतृत्व में चुनाव लड़ती है तो निश्चित तौर पर उसे बेहतर परिणाम मिल सकते हैं.
अगर चुनाव की तारीख यानी 8 फरवरी और 11 फरवरी पर नजर डालें तो दोनों ही अंकों पर शनि का असर पड़ेगा. हालांकि 24 जनवरी को शनि का राशि परिवर्तन होते ही ये केजरीवाल की राशि के दशम भाव में बैठ जाएगा, जो कि सत्ता का कारक होता है.
11 फरवरी को नतीजे आने हैं उस दिन केजरीवाल की राशि के पांचवें घर में चंद्रमा, राशि के एकादश भाव में बुध की युति, दशम भाव में सूर्य और शनि और नवम भाव में मंगल, गुरु केतु स्थिति मजबूत बना रहे हैं.