CM योगी ने की सिंगापुर के उच्चायुक्त से मुलाकात, बताई प्रदेश की विकास गाथा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर सिंगापुर के उच्चायुक्त साइमन वॉन्ग वी कुएन ने शिष्टाचार भेंट की. इस अवसर पर सिंगापुर और भारत, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के मध्य सम्बन्धों को और प्रगाढ़ करने के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया गया.

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CM योगी ने की सिंगापुर के उच्चायुक्त से मुलाकात CM योगी ने की सिंगापुर के उच्चायुक्त से मुलाकात

तनसीम हैदर

  • नई दिल्ली,
  • 26 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 5:10 AM IST
  • CM योगी ने की सिंगापुर के उच्चायुक्त से मुलाकात
  • बताई प्रदेश की विकास गाथा

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर सिंगापुर के उच्चायुक्त साइमन वॉन्ग वी कुएन ने शिष्टाचार भेंट की. इस अवसर पर सिंगापुर और भारत, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के मध्य सम्बन्धों को और प्रगाढ़ करने के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया गया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत और सिंगापुर के सुदृढ़ सम्बन्ध हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  ने वर्ष 2018 में सिंगापुर की यात्रा की थी. इस अवसर पर दोनों देशों के मध्य अनेक समझौते हुए थे. राज्य सरकार इसके अनुरूप प्रधानमंत्री जी के विजन को आगे बढ़ाएगी.

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बताई प्रदेश की विकास गाथा

योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में व्यापार, उद्यम स्थापना और पूंजी निवेश की अपार सम्भावनाएं हैं. यह देश का सबसे बड़ा बाजार है. यहां की अर्थव्यवस्था कृषि आधारित है. डेयरी, खाद्य प्रसंस्करण सेक्टर में विकास के लिए अनुकूल वातावरण है. आलू, दूध, गन्ना, फल आदि के उत्पादन में राज्य का देश में प्रथम स्थान है. प्रदेश सरकार इनका मूल्य संवर्धन कर किसानों की आय को दोगुना करने के लिए प्रयत्नशील है.

उत्तर प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है और यहां पर कई ऐतिहासिक धरोहरें हैं. धार्मिक और ईको-टूरिज्म के क्षेत्र में राज्य में भरपूर अवसर मौजूद हैं. प्रदेश की आबादी का 56 प्रतिशत वर्ग कामकाजी है. इस वर्ग का कौशल विकास कर देश-विदेश में इनके लिए रोजगार के बेहतर अवसर सृजित किए जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर तथा वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर उत्तर प्रदेश से गुजरते हैं. राज्य में दादरी तथा बोराकी में मल्टीमोडल लॉजिस्टिक/ट्रांसपोर्ट हब की स्थापना की जा रही है. यहां पर डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर विकसित किया जा रहा है.

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यूपी सरकार का फ्यूचर रोडमैप

उत्तर प्रदेश में कनेक्टिविटी का निरन्तर विस्तार और सुदृढ़ीकरण किया जा रहा है. वर्तमान में 02 एक्सप्रेस-वे संचालित हैं. इनके अलावा, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तथा बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का तेजी से निर्माण कराया जा रहा है. शीघ्र ही यह लोकार्पित होंगे. गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे भी निर्माणाधीन है. राज्य सरकार ने गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण का भी निर्णय लिया है, जो भारत के सबसे लम्बे एक्सप्रेस-वे में से एक होगा. शीघ्र इस परियोजना का शिलान्यास किया जाएगा. लखनऊ, नोएडा, ग्रेटर नोएडा तथा गाजियाबाद में मेट्रो रेल परिवहन उपलब्ध है. कानपुर व आगरा मेट्रो रेल परियोजनाएं इस वर्ष के अन्त तक संचालित हो जाएंगी. वाराणसी से हल्दिया के बीच देश का पहला राष्ट्रीय जलमार्ग क्रियाशील है.

ये सब जान सिंगापुर के उच्चायुक्त साइमन वॉन्ग वी कुएन ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों के दौरान उत्तर प्रदेश ने उल्लेखनीय प्रगति की है. उन्होंने प्रदेश की इस विकास यात्रा को नजदीक से देखा है. सिंगापुर, उत्तर प्रदेश के विकास में सहभागी बनना चाहता है. उन्होंने कहा कि भारत में सिंगापुर लार्जेस्ट फॉरेन इन्वेस्टर के रूप में कार्य कर रहा है.

सिंगापुर ने क्या कहा?

सिंगापुर के उच्चायुक्त ने कहा कि डेटा सेंटर पार्क, फ्रेट कॉरिडोर, जेवर में अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकास से उत्तर प्रदेश एक लॉजिस्टिक हब के रूप में स्थापित होगा. डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में भी सिंगापुर की कम्पनियों के लिए निवेश के अच्छे अवसर हैं. कौशल विकास के क्षेत्र में भी सिंगापुर, उत्तर प्रदेश को सहयोग प्रदान कर सकता है. उन्होंने कहा कि सिंगापुर वायु सेवा का इंटरनेशनल हब है. इस सुविधा का लाभ उठाकर प्रदेश में आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि की जा सकती है.

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