अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गुरुवार मास्टरकार्ड के पूर्व सीईओ अजय बंगा को वर्ल्ड बैंक का प्रमुख नामांकित किया है. अजय बंगा को वैश्विक चुनौतियों के साथ ही क्लाइमेट चेंज की चुनौती पर काम करने का अच्छा अनुभव है. अजय बंगा भारत में जन्मे ऐसे पहले शख्स हैं, जिन्हें वर्ल्ड बैंक के मुखिया के लिए नामित किया गया है.
अभी तक डेविड मलपास वर्ल्ड बैंक के शीर्ष पद पर थे. पिछले हफ्ते डेविड मलपास ने चीफ के पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया था. विश्व बैंक ने बुधवार को बताया था कि वह डेविड मलपास की जगह पर मई की शुरुआत में नए अध्यक्ष का चयन कर सकता है. वर्ल्ड बैंक 189 देशों का नेतृत्व करता है जिसका उद्देश्य गरीबी को हटाना है.
बंगा के पास 30 साल का अनुभव
अजय बंगा फिलहाल प्राइवेट इक्विटी फर्म जनरल अटलांटिक के वाइस चेयरमैन हैं. बंगा के पास 30 साल से ज्यादा का कारोबारी अनुभव है. मास्टर कार्ड में अलग-अलग जिम्मेदारी निभाने के बाद वो लंबे समय तक इसके CEO रहे थे. इसके अलावा उन्होंने अमेरिकन रेड क्रॉस, क्राफ्ट फूड्स और Dow Inc. में काम किया है.
बाइडेन ने कहा कि अजय ने सफल, वैश्विक कंपनियों के निर्माण और प्रबंधन में तीन दशक से अधिक का समय बिताया है. ये वे कंपनियां हैं, जो विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में रोजगार सृजित करती हैं और निवेश लाती हैं... उन्होंने कहा कि उनके पास लोगों और व्यवस्था को प्रबंधित करने व परिणाम देने के लिए दुनिया भर के वैश्विक नेताओं के साथ साझेदारी करने का एक अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड है.
बाइडेन ने बंगा को बताया सबसे उपयुक्त
अजय बंगा को नामित करते हुए जो बाइडेन ने कहा कि इस ऐतिहासिक और नाजुक क्षण में अजय वर्ल्ड बैंक की कमान संभालने के लिए सबसे उपयुक्त शख्स हैं. उन्होंने आगे कहा कि अजय बंगा के पास निजी और सरकारी संसाधनों का इस्तेमाल करते हुए क्लाइमेट चेंज समेत मौजूद दौरा की सभी चुनौतियों को संभालने की क्षमता है.
गरीबी घटाने में काम आएगा अनुभव
ट्रेजरी सेक्रेटरी Janet Yellen ने कहा कि अजय बंगा का अनुभव बेहद गरीबी को घटाने के वर्ल्ड बैंक के मकसद को हासिल करने में बेहद मददगार साबित होगा. वह संपन्नता को साझा करने के प्रयास में भी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं. इसके साथ ही वर्ल्ड बैंक की साख को सुधारने में भी बंगा महत्वपूर्ण रोल निभा सकते हैं. इसमें क्लाइमेट में हो रहे बदलावों के साथ ही प्रदूषण घटाने के महत्वकांक्षी लक्ष्य भी शामिल हैं.
आदित्य के. राणा