राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अपना 25वां स्थापना दिवस (RJD Foundation Day) मना रही है. कार्यक्रम की शुरुआत आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव (Lalu Prasad Yadav) ने रामविलास पासवान की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देकर की है. इस बाद लालू ने तेजस्वी और तेज प्रताप यादव की तारीफ की. वहीं, लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने जमकर अपनी भड़ास निकाली और अपने भाई तेजस्वी यादव से लेकर प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि मूझे पूजा में देर क्या हो गई तेजस्वी ने बाजी ही मार ली.
तेजप्रताप ने कहा कि 'मुझे पूजा-पाठ करने में आज वक्त लग गया, जिसके चलते कार्यक्रम में आने में देर हो गई. ऐसे में तेजस्वी यादव बाजी मार गए और मंच पर आकर पहले बैठ गए.' तेज प्रताप कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे तभी माइक में कुछ तकनीकी समस्या आ गई. इसपर उन्होंने व्यंग करते हुए कहा जब वो कुछ सच बोलना चाहते हैं तो ऐसी समस्याएं ही आती हैं.
तेज प्रताप (Tej Pratap address) ने कहा कि तेजस्वी यादव तो देश-दुनिया में व्यस्त रहते हैं. जब तेजस्वी (Tejashwi Yadav RJD foundation day speech) दिल्ली या बिहार से कहीं बाहर जाते हैं तो कुछ लोग विरोध करते हैं और बोलते हैं. उस समय मैं यहां मोर्चा थाम लेता हूं. और जब मैं वृंदावन मथुरा जाता हूं तो तेजस्वी माोर्चा थामते हैं. तेजप्रताप यादव ने आरजेडी के सामने एक सुझाव रखा कि जिलों में मरीजों के देखभाल के लिए एक गाड़ी अध्यक्षों के पास होनी चाहिए. अगर सरकारी ऐंबुलेंस मिलने में देरी हो तो फौरन आरजेडी की गाड़ी उसे उपलब्ध हो.
एंबुलेंस सेवा के विकल्प में तेजप्रताप ने जब आरजेडी की गाड़ी हर जिले में मुहैया कराने का सुझाव दिया तो इस सुझाव में समर्थन के लिए उन्होंने सामने मौजूद लोगों से हाथ खड़ा करने की अपील की. वहीं, तेजस्वी के ठीक बगल में बैठे प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह झपकी ले रहे थे. इसी दौरान तेजप्रताप ने इशारों-इशारों में प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह समेत कई नेताओं को लपेटे में ले लिया. तेजप्रताप ने व्यंग करते हुए कहा कि लगता है जगदानंद चाचा इस प्रस्ताव के समर्थन में नहीं हैं, जिसके बाद जगदानंद सिंह को जगाया गया और वो इस वाकये से अंजान दिखे.
तेजप्रताप ने बोला कि 'मैं जब भी मंच पर आता हूं तो पिताजी (Lalu Yadav speech) की तरह मनोरंजन करने का काम करता हूं. संगठन में बहुत सारे लोग ऐसे हैं जो संगठन को आगे जाने देना नहीं चाहते हैं. मैं नाम नहीं लेना चाहता हूं, लेकिन सच्चाई लोग सुनना नहीं चाहते हैं. हम इशारे में बहुत बात बोल गए हैं, समझने वाले समझ गए होंगे.'
तेज प्रताप यादव ने कहा कि 'हमने पिताजी (लालू यादव) की विचारधारा को फॉलो करने का काम किया है. पिताजी ने छात्र जीवन से राजनीति की शुरुआत की, इसलिए मैंने भी अपना दाखिला बीएन कॉलेज में कराया. बीएन कॉलेज के जिस क्लासरूम में जिस बेंच पर पिताजी बैठते थे, हम भी वहीं बैठ चुके हैं. आरजेडी संगठन में समुद्र होता है इसमें उतार चढ़ाव होता रहता है. कई बार कई लोग नाराज हो जाते हैं उन्हें मनाने का काम किया जाना चाहिए.
तेज प्रताप यादव ने कहा कि जब मैं बोलता हूं तो कुछ लोग हंसते हैं, जब पिताजी बोलते थे तब भी विरोधी लोग ऐसा ही करते थे. बहुत सारे लोग तरह-तरह की खराब बातें करते हैं. लेकिन मेरे पीछे कोई क्या बोल रहा है मैं उसपर ध्यान नहीं देता. मैं अपने दिल की बात करता हूं. तेजस्वी यादव को तो ज्यादा वक्त नहीं मिलता है, लेकिन मैं तो हमेशा पार्टी कार्यालय आता रहता हूं.
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