'MVA सहयोगियों से पूछिए अगर उन्हें कोई दिक्कत न हो तो...', CM के लिए अपनी दावेदारी पर बोले उद्धव ठाकरे

INDIA ब्लॉक के नेताओं से मुलाकात करने के बाद मीडिया से बात करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, "अगर मेरे सहयोगियों (एमवीए में) को लगता है कि मैंने बेहतरीन काम किया है, तो उनसे पूछें कि क्या वे मुझे मुख्यमंत्री के रूप में चाहते हैं. लोग फैसला करेंगे."

Advertisement
शिव सेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे शिव सेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 08 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 10:45 AM IST

शिवसेना (यूबीटी) सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने बुधवार को संकेत दिए कि वह अक्टूबर में होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश किए जाने के लिए तैयार हैं.  शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बुधवार को इस बात का संकेत दिया कि वह अक्टूबर में होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महा विकास आघाड़ी (एमवीए) की तरफ से मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनने के लिए तैयार हैं.

Advertisement

ठाकरे की यह टिप्पणी उस दिन आई है, जब उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, एआईसीसी महासचिव के सी वेणुगोपाल और इंडिया ब्लॉक के अन्य प्रतिनिधियों से यहां मुलाकात की. ठाकरे के साथ उनके बेटे आदित्य और राज्यसभा सदस्य संजय राउत भी थे.

बैठक के बाद खड़गे ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, "महाराष्ट्र के किसान और युवा अवसरवादी भाजपा नीत गठबंधन से तंग आ चुके हैं. महाराष्ट्र के 13 करोड़ लोग बदलाव की ओर देख रहे हैं." वहीं राहुल गांधी ने कहा कि ठाकरे के साथ बैठक महाराष्ट्र में आगामी विधानसभा चुनावों के संदर्भ में हुई. 

यह भी पढ़ें: शिवसेना सांसद का निजी सहायक बता उधार मंगाए बिरयानी और गुलाब जामुन, बड़े मियां रेस्टोरेंट को लगाया 12.27 लाख का चूना

कोविड महामारी के दौरान सीएम बने थे उद्धव

Advertisement

उन्होंने अपने व्हाट्सएप चैनल पर कहा, "महा विकास अघाड़ी मिलकर चुनाव लड़ेगी और जीतेगी." कांग्रेस नेतृत्व से मुलाकात से पहले ठाकरे ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "अगर मेरे सहयोगियों (एमवीए में) को लगता है कि मैंने बेहतरीन काम किया है, तो उनसे पूछें कि क्या वे मुझे मुख्यमंत्री के रूप में चाहते हैं. लोग फैसला करेंगे." ठाकरे ने एनसीपी-एसपी सुप्रीमो शरद पवार से भी मुलाकात की, जिन्होंने 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद एमवीए गठबंधन को एक साथ लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.

ठाकरे ने एमवीए की सरकार में ढाई साल तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में काम किया. बाद में उनकी पार्टी शिवसेना में बगावत के बाद यह सरकार गिर गई थी. कोविड-19 महामारी के दौरान महाराष्ट्र की कमान संभालने वाले ठाकरे ने कहा कि उन्होंने कभी राज्य के मुख्यमंत्री बनने का सपना नहीं देखा था. एमवीए गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के चेहरे के तौर पर पेश किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, "उनसे पूछिए कि क्या वे मुझे मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं." 

मैं जिम्मेदारी से भागने वाला नहीं हूं- उद्धव

ठाकरे ने कहा, "मैंने मुख्यमंत्री बनने का सपना नहीं देखा था, न ही मैं ऐसा चाहता था. लेकिन मैं जिम्मेदारी से भागने वाला भी नहीं हूं. मैंने जिम्मेदारी ली और अपनी क्षमता के मुताबिक सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश की. अगर मेरे साथियों को लगता है कि मैंने बेहतरीन काम किया है, तो उनसे पूछिए कि क्या वे मुझे मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं. लोग फैसला करेंगे." 

Advertisement

ठाकरे ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता डेरेक ओ ब्रायन, आप नेता संजय सिंह और समाजवादी पार्टी के लोकसभा सदस्य आदित्य यादव समेत अन्य से भी मुलाकात की थी. गुरुवार को उनका कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिलने का कार्यक्रम है.  

यह भी पढ़ें: 'आप जान बचाने के लिए भागेंगे', उद्धव ठाकरे गुट की याचिका पर वकील से बोले चीफ जस्टिस चंद्रचूड़

इंडिया ब्लॉक के नेताओं से कर रहे हैं मुलाकात

 शिवसेना-यूबीटी प्रमुख ने कहा कि वह इंडिया ब्लॉक के नेताओं से मिलने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में आए हैं क्योंकि लोकसभा चुनाव के बाद विपक्षी गठबंधन के नेताओं की कोई औपचारिक बैठक नहीं हुई है. इस साल के अंत में महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में चुनाव होने हैं और इंडिया ब्लॉक को एकजुट होकर चुनाव लड़ने की कोशिश में है. सांगली से निर्दलीय लोकसभा सदस्य विशाल पाटिल, जिन्होंने शिवसेना-यूबीटी उम्मीदवार चंद्रहर पाटिल को हराया था, ने भी यहां ठाकरे से मुलाकात की थी.

एमवीए गठबंधन के सीट बंटवारे के तहत सांगली संसदीय सीट शिवसेना-यूबीटी को दिए जाने के बाद विशाल पाटिल ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी और निर्दलीय के तौर पर लोकसभा चुनाव लड़े. ठाकरे ने कहा, "अगर कोई गलती हुई है, तो मैं कोई ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो उस पर नाराजगी जताता रहूं." उन्होंने कहा कि शिवसेना-यूबीटी उम्मीदवार के सांगली सीट हारने से उन्हें दुख हुआ, लेकिन उन्हें खुशी है कि भाजपा हार गई. ठाकरे ने कहा कि विशाल पाटिल ने एमवीए के साथ गठबंधन किया है और आश्वासन दिया है कि आगामी चुनावों में वही पुरानी गलतियां नहीं दोहराई जाएंगी. विशाल महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री वसंतदादा पाटिल के पोते हैं.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement