सरकार का फैसला: NCC सर्टिफिकेट होने पर CAPF एग्जाम में मिलेंगे बोनस अंक

भारत सरकार ने सभी राज्य सरकारों से आग्रह किया है कि वो अपने संबंधित पुलिस बलों के लिए सीधे प्रवेश परीक्षा में एनसीसी प्रमाणपत्र धारकों को प्रोत्साहित करें. पढ़ें- पूरी डिटेल.

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NCC कैडेट्स (फाइल फोटो) NCC कैडेट्स (फाइल फोटो)

जितेंद्र बहादुर सिंह

  • नई दिल्ली,
  • 19 मार्च 2020,
  • अपडेटेड 6:06 PM IST

  • एनसीसी कैडेट को सीएपीएफ की परीक्षा में अब मिलेगा यह बड़ा फायदा
  • राज्य सरकारों से पुलिस फोर्सेज में एनसीसी को वरीयता देने का आग्रह

राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) में भारत के युवाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अमित शाह ने एनसीसी सर्टिफिकेट धारकों को बोनस अंक देने के लिए एक अनूठा निर्णय लिया है. अब केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPFs), सशस्त्र बलों की परीक्षाओं में एनसीसी कैडेट को अलग से अंक दिए जाएंगे.

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इसके अलावा सरकार ने राज्य सरकारों से कहा है कि वो अपने सशस्त्र पुलिस बलों में एनसीसी सर्टिफिकेट होल्डर्स को प्रोत्साहन दें. गुरुवार को केंद्रीय गृहमंत्री ने इसकी घोषणा की.

केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में एनसीसी के लिए ये फायदा

- एनसीसी 'सी' प्रमाण पत्र धारकों को परीक्षा के अधिकतम अंकों का 5% बोनस अंकों के रूप में दिया जाएगा

- एनसीसी 'बी' प्रमाण पत्र धारकों को परीक्षा के अधिकतम अंकों का 3% बोनस अंकों के रूप में दिया जाएगा

- एनसीसी 'ए' प्रमाण पत्र धारकों को परीक्षा के अधिकतम अंकों का 2% बोनस अंकों के रूप में दिया जाएगा

सीएपीएफ भर्ती में एनसीसी 'ए' प्रमाण पत्र धारकों को बोनस अंक देने की ये योजना उप निरीक्षक और कांस्टेबल (जीडी) के पदों के लिए आगामी सीधी भर्ती परीक्षा में लागू होगी. भारत सरकार सभी राज्य सरकारों से अपने संबंधित पुलिस बलों के लिए सीधी भर्ती परीक्षा में समान प्रावधान करने का भी आग्रह करेगी ताकि एनसीसी प्रमाणपत्र धारकों को उनके साथ जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके.

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इस बारे में केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि ये निर्णय न केवल युवाओं को एनसीसी में शामिल होने के लिए प्रेरित करेगा, बल्कि सीएपीएफ को प्रशिक्षित और अनुशासित युवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित करेगा.

जानें एनसीसी के बारे में

बता दें कि एनसीसी एक त्रिकोणीय सेवा संगठन है जिसमें सेना, नौसेना और वायु विंग शामिल हैं. संगठन का आदर्श वाक्य 'एकता और अनुशासन' है, जिसके पालन से यह युवाओं को अनुशासित और देशभक्त नागरिकों के रूप में तैयार करता है. प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार, "NCC राष्ट्र के प्रति अनुशासन, दृढ़ संकल्प और भक्ति की भावना को मजबूत करने के लिए एक बहुत मजबूत मंच है, जो भारत के विकास की धारणा से सीधे जुड़ा हुआ है."

एनसीसी का गठन राष्ट्रीय कैडेट कोर अधिनियम, 1948 के तहत किया गया था. गृह मंत्रालय, भारत सरकार ने युवाओं को एनसीसी में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने और देश की भलाई के लिए समर्पित तरीके से काम करने के लिए कई कदम उठाए हैं. सशस्त्र बलों के अधिकारियों की सेवा करके कैडेटों को एनसीसी में बुनियादी सैन्य और हथियार प्रशिक्षण दिया जाता है. उनकी प्रवीणता और निपुणता का समय-समय पर परीक्षण किया जाता है, जिसके बाद ही उन्हें प्रमाणपत्र से सम्मानित किया जाता है.

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ऐसे मिलते हैं प्रमाण पत्र

एनसीसी में प्रथम स्तर से उत्तीर्ण होने पर कैडेट को 'A' प्रमाणपत्र से सम्मानित किया जाता है. वहीं दूसरे स्तर को उत्तीर्ण करने पर 'B' प्रमाणपत्र प्रदान किया जाता है. केवल वे कैडेट जिनके पास 'बी' प्रमाण पत्र है, वे 'सी' प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए पात्र हैं. कठिन प्रशिक्षण और परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद एनसीसी कैडेट को उच्चतम प्रमाणपत्र दिया जाता है.

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