US का F-47, चीन का J-35 या रूस का SU-57... जंग में किसका फाइटर जेट पड़ेगा भारी?

F-47, अमेरिका का 6वीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर सबसे आधुनिक है, जो लंबी रेंज और ड्रोन समन्वय में बेहतर है. रूस का Su-57 गति में मज़बूत, लेकिन स्टील्थ में कमज़ोर है. चीन का J-35A नौसैनिक उपयोग के लिए है, पर युद्ध अनुभव नहीं. भारत को F-47 या Su-57 चुनना होगा और AMCA प्रोजेक्ट तेज करना होगा.

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दुनिया का सबसे लेटेस्ट फाइटर जेट किसके पास है. अमेरिका, चीन या रूस. दुनिया का सबसे लेटेस्ट फाइटर जेट किसके पास है. अमेरिका, चीन या रूस.

ऋचीक मिश्रा

  • नई दिल्ली,
  • 03 जून 2025,
  • अपडेटेड 12:11 PM IST

आज के युग में फाइटर जेट किसी देश की सैन्य ताकत का सबसे बड़ा प्रतीक हैं. अमेरिका, रूस और चीन जैसे देश अपनी वायुसेना को मजबूत करने के लिए 5वीं और 6वीं पीढ़ी के फाइटर जेट बना रहे हैं. लेकिन क्या अमेरिका का F-47 सबसे आधुनिक है? या रूस का Su-57 और चीन का J-35A उससे बेहतर हैं?  

F-47 अमेरिका का प्रस्तावित 6वें पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर जेट है, लेकिन यह अभी विकास के शुरुआती चरण में है और 2029 तक ऑपरेशनल होने की उम्मीद है. इसे बोइंग द्वारा नेक्स्ट जेनरेशन एयर डोमिनेंस (NGAD) प्रोग्राम के तहत बनाया जा रहा है. यहां हम F-47 की तुलना रूस के Su-57 और चीन के J-35A से करते हैं, ताकि यह समझा जा सके कि दुनिया का सबसे आधुनिक फाइटर जेट कौन सा है.

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दुनिया के सबसे आधुनिक फाइटर जेट: F-47 बनाम Su-57 बनाम J-35A - तुलना और खासियतें

1. अमेरिका का F-47 (NGAD)

F-47 अमेरिका का 6वें पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर जेट है, जिसे F-22 रैप्टर का उत्तराधिकारी माना जा रहा है. इसे बोइंग 2020 से डिज़ाइन कर रहा है. इसके प्रोटोटाइप (X-प्लेन) 2019 और 2022 में उड़ान भर चुके हैं. यह 2025-2029 के बीच ऑपरेशनल होगा.

खासियतें ... 

  • गति: मैक 2+ (लगभग 2470 किमी/घंटा)।
  • कॉम्बैट रेडियस: 1000+ नॉटिकल मील (1,850 किमी), F-22 (590 नॉटिकल मील) से 70% ज्यादा.
  • स्टील्थ: "Stealth++" तकनीक, F-22 ("Stealth+") और F-35 ("Stealth") से बेहतर.
  • इंजन: टर्बोफैन (Pratt & Whitney XA103 या GE XA102), जो ईंधन दक्षता और उच्च गति दोनों देता है.
  • हथियार: मॉड्यूलर हथियार सिस्टम, लंबी दूरी की मिसाइलें और ड्रोन नियंत्रण.
  • सेंसर: उन्नत सेंसर फ्यूजन, AI-आधारित डेटा नेटवर्किंग और ड्रोन समन्वय.
  • कीमत: प्रति जेट 160-300 मिलियन डॉलर.
  • उत्पादन: 185+ जेट की योजना, जो F-22 को एक-के-एक आधार पर रिप्लेस करेगा.

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ताकत...

लंबी रेंज: 1,000+ नॉटिकल मील की रेंज इसे इंडो-पैसिफिक जैसे क्षेत्रों में प्रभावी बनाती है.

उन्नत स्टील्थ: रडार और इन्फ्रारेड सिग्नेचर में कमी इसे लगभग अदृश्य बनाती है.

ड्रोन समन्वय: F-47 को 2-5 सहयोगी कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (CCA) ड्रोन (YFQ-42, YFQ-44) के साथ डिज़ाइन किया गया है, जो इसे "सिस्टम ऑफ सिस्टम्स" बनाता है. डिजिटल डिज़ाइन और ओपन-सिस्टम आर्किटेक्चर इसे भविष्य की तकनीकों के लिए अनुकूल बनाता है.

कमजोरियां... 

उच्च लागत: 300 मिलियन डॉलर प्रति जेट, जो F-35 से तीन गुना महंगा है. अभी युद्ध में इसकी क्षमता सिद्ध नहीं हुई.

सीमित जानकारी: डिज़ाइन (जैसे कैनार्ड विंग्स) को गुप्त रखा गया है. रेंडरिंग भ्रामक हो सकते हैं.

2. रूस का Su-57 फेलॉन

Su-57 रूस का 5वीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर जेट है, जिसे 2010 में पहली बार उड़ाया गया. 2020 से रूसी वायुसेना में शामिल किया गया.

खासियतें ...

  • गति: मैक 2+ (लगभग 2470 किमी/घंटा), सुपरक्रूज़ सक्षम.
  • रेंज: 3,500 किमी (बिना अतिरिक्त टैंक), 4,500 किमी (टैंक के साथ).
  • स्टील्थ: RCS 0.1-0.5 वर्ग मीटर, F-35 से कम स्टील्थ.
  • इंजन: दो AL-41F1 इंजन, 35,000 पाउंड थ्रस्ट प्रत्येक.
  • हथियार: 12 हार्डपॉइंट (6 आंतरिक, 6 बाहरी), 30 मिमी तोप, Kh-38M, Kh-59Mk2 मिसाइलें.
  • सेंसर: AESA रडार, थ्रस्ट वेक्टरिंग, सुपरमैन्यूवरेबिलिटी.
  • कीमत: 35-50 मिलियन डॉलर प्रति जेट.
  • उत्पादन: 40 से कम जेट बने, यूक्रेन युद्ध ने उत्पादन प्रभावित किया.

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ताकत...

सुपरमैन्यूवरेबिलिटी: थ्रस्ट वेक्टरिंग इसे हवा में फुर्तीला बनाता है.

लंबी रेंज: बिना रिफ्यूलिंग के लंबी दूरी तय कर सकता है.

कम लागत: F-35 और F-47 की तुलना में सस्ता.

कमजोरियां...

सीमित स्टील्थ: RCS ज्यादा होने से रडार इसे पकड़ सकता है.

कम उत्पादन: केवल 40 से कम जेट बने.

युद्ध अनुभव: सीमित युद्ध उपयोग, मुख्य रूप से सीरिया में.

3. चीन का J-35A

J-35A (शेनयांग FC-31 का उन्नत संस्करण) चीन का 5वीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर जेट है, जो विशेष रूप से नौसेना के लिए डिज़ाइन किया गया है. इसे 2024 के झुहाई एयरशो में प्रदर्शित किया गया.

खासियतें... 

  • गति: मैक 1.8 (लगभग 2200 किमी/घंटा).
  • रेंज: लगभग 2,000 किमी.
  • स्टील्थ: RCS F-35 के बराबर होने का दावा, लेकिन सटीक आंकड़े नहीं.
  • इंजन: दो WS-19 इंजन, 22000 पाउंड थ्रस्ट प्रत्येक.
  • हथियार: 6-8 हार्डपॉइंट, PL-15 मिसाइलें, गाइडेड बम.
  • सेंसर: AESA रडार, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम.
  • कीमत: 70-90 मिलियन डॉलर प्रति जेट.
  • उत्पादन: प्रारंभिक चरण, 2026 तक पाकिस्तान को डिलीवरी.

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ताकत...

नौसैनिक उपयोग: विमानवाहक पोतों के लिए उपयुक्त.

निर्यात: पाकिस्तान को डिलीवरी की योजना, जो भारत के लिए चिंता है.

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लंबी दूरी की मिसाइलें: PL-15 मिसाइलें प्रभावी.

कमजोरियां...

युद्ध में इसकी क्षमता सिद्ध नहीं. 

इंजन: WS-19 इंजन F-35 और F-47 के इंजनों से कम शक्तिशाली.

डिज़ाइन चिंताएं: F-35 और F-22 से प्रेरित होने का आरोप.

कौन सबसे आधुनिक?

F-47: 6वीं पीढ़ी का होने के कारण सबसे आधुनिक माना जाता है, क्योंकि ...

Stealth++: इसका RCS सबसे कम है, जो इसे रडार से लगभग अदृश्य बनाता है.

लंबी रेंज: 1,000+ नॉटिकल मील की रेंज इसे इंडो-पैसिफिक में प्रभावी बनाती है.

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ड्रोन समन्वय: CCA ड्रोन (YFQ-42, YFQ-44) के साथ यह "सिस्टम ऑफ सिस्टम्स" है. डिजिटल डिज़ाइन और ओपन आर्किटेक्चर इसे भविष्य के लिए तैयार करता है.

Su-57: गति और सुपरमैन्यूवरेबिलिटी में बेहतर, लेकिन स्टील्थ और सेंसर में F-47 से पीछे. यूक्रेन युद्ध ने उत्पादन और अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया.

J-35A: नौसैनिक उपयोग के लिए उपयुक्त, लेकिन युद्ध अनुभव न होने और इंजन की कम शक्ति के कारण F-47 से पीछे.

F-47 क्यों है सबसे एडवांस?

  • 6वीं पीढ़ी: F-47 पहला 6वीं पीढ़ी का जेट है, जो स्टील्थ, रेंज और ड्रोन समन्वय में 5वीं पीढ़ी (F-35, Su-57, J-35A) से आगे है.
  • Stealth++: इसका स्टील्थ F-22 और F-35 से बेहतर है, जो इसे चीन की HQ-9 और रूस की S-400 जैसी मिसाइलों से बचाता है.
  • कॉम्बैट रेडियस: 1,000+ नॉटिकल मील की रेंज इसे लंबी दूरी के मिशनों के लिए आदर्श बनाती है.
  • CCA ड्रोन: F-47 2-5 ड्रोन को नियंत्रित कर सकता है, जो इसकी मारक क्षमता बढ़ाता है.

भारत के लिए क्या मायने?

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चीन और पाकिस्तान की चुनौती: J-35A का पाकिस्तान को निर्यात भारत के लिए खतरा है. चीन के पास 300+ J-20 और J-35A हैं. 

भारत की स्थिति: भारत के पास 36 राफेल और Su-30MKI हैं, लेकिन 5वीं या 6वीं पीढ़ी का जेट नहीं.

विकल्प: अमेरिका ने भारत को F-35 और F-47 ऑफर किया है. रूस Su-57 के लिए सहयोग की पेशकश कर रहा है. 

AMCA प्रोजेक्ट: भारत का स्वदेशी 5वीं पीढ़ी का जेट AMCA 2035 तक तैयार हो सकता है.

F-47 अपनी 6वीं पीढ़ी की तकनीक, उन्नत स्टील्थ, लंबी रेंज और ड्रोन समन्वय के कारण दुनिया का सबसे आधुनिक फाइटर जेट माना जाता है. Su-57 गति और सुपरमैन्यूवरेबिलिटी में बेहतर है, लेकिन स्टील्थ में कमी है. J-35A नौसैनिक उपयोग के लिए उपयुक्त है, लेकिन युद्ध अनुभव और इंजन शक्ति में पीछे है. भारत को F-47 या Su-57 जैसे जेट्स पर विचार करना होगा, साथ ही AMCA को तेज करना होगा.

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