42-42 हजार के ड्रोन से यूक्रेन ने तबाह किए रूस के हजारों करोड़ के 41 फाइटर जेट और बॉम्बर!

यूक्रेन ने ऑपरेशन स्पाइडरवेब में 116 FPV ड्रोनों (लागत: 42-58 लाख रुपये) से रूस के 41 विमानों (कीमत: 17,000-59,000 करोड़ रुपये) को नष्ट किया. AI और ऑटो-होमिंग तकनीक से लैस ये ड्रोन रूस के एयर डिफेंस को चकमा दे गए. SBU एजेंटों ने बिना नुकसान के यह अनोखा हमला किया, जो दुनिया में पहला था.

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इन्हीं ड्रोन्स से यू्क्रेन ने रूसी एयर बेसेस पर हमला किया है. (फोटोः X/maria_avdv) इन्हीं ड्रोन्स से यू्क्रेन ने रूसी एयर बेसेस पर हमला किया है. (फोटोः X/maria_avdv)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 02 जून 2025,
  • अपडेटेड 1:29 PM IST

यूक्रेन ने 1 जून 2025 को ऑपरेशन स्पाइडरवेब (Operation Spiderweb) से रूस के सैन्य हवाई अड्डों पर हमला किया. इस हमले में सस्ते FPV ड्रोनों का इस्तेमाल हुआ, जिन्होंने रूस के महंगे विमानों को नष्ट कर दिया. आइए आंकड़ों और लागत के साथ इस ऑपरेशन को समझते हैं.

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ऑपरेशन स्पाइडरवेब का विवरण

यूक्रेन की सुरक्षा सेवा (SBU) ने 18 महीने की योजना के बाद इस ऑपरेशन को अंजाम दिया. इसके मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं...

  • ड्रोन और हथियार: SBU एजेंटों ने 150 छोटे FPV ड्रोन और 300 गोला-बारूद रूस की सीमा में पहुंचाए.
  • हमले में ड्रोन: 116 ड्रोन ने उड़ान भरी. रूस के चार सैन्य हवाई अड्डों पर हमला किया.
  • रणनीति: ड्रोनों को रूसी दूरसंचार नेटवर्क के जरिए नियंत्रित किया गया. इनमें ऑटो-होमिंग तकनीक थी, जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) से लक्ष्य को पहचानती थी.
  • हमले का समय और तरीका: ड्रोन दिन में कम दूरी से हमला करने के लिए ट्रकों पर लकड़ी के ढांचों से लॉन्च किए गए. यह रूस की वायु रक्षा (S-400, इलेक्ट्रॉनिक युद्ध सिस्टम, सशस्त्र गश्त) के लिए हैरान करने वाली घटना थी. 
  • सबसे बड़ा हमला: ओलेन्या हवाई अड्डे पर Tu-95 विमानों की ईंधन टंकियों पर ड्रोन हमले से कई विमान जलकर खाक हो गए.

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नुकसान और प्रभाव

रूस का नुकसान: यूक्रेन ने चार हवाई अड्डों पर 41 विमानों (Tu-95, Tu-22M3, A-50) को नष्ट या क्षतिग्रस्त किया. इन विमानों की अनुमानित कीमत 2 बिलियन से 7 बिलियन डॉलर (लगभग 17,000 करोड़ से 59,000 करोड़ रुपये) थी.

यूक्रेन का नुकसान: कोई हताहत नहीं. सभी SBU एजेंट सुरक्षित यूक्रेन लौट आए.

विशेषता: यह ऑपरेशन दुनिया में अपनी तरह का पहला था, जिसमें सस्ते ड्रोनों ने इतना बड़ा नुकसान पहुंचाया.

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ड्रोन की लागत

  • प्रति ड्रोन कीमत: एक FPV ड्रोन की लागत 430 से 600 डॉलर (लगभग 36,000 से 50,000 रुपये) थी.
  • कुल लागत: 116 ड्रोनों की लागत 49,880 से 69,600 डॉलर (लगभग 42 लाख से 58 लाख रुपये) थी.
  • लागत बनाम नुकसान: 58 लाख रुपये के ड्रोनों ने 59,000 करोड़ रुपये के विमानों को नष्ट किया, जो यूक्रेन की रणनीति की सफलता दर्शाता है.

तकनीकी और रणनीतिक खासियत

AI का उपयोग: यूक्रेनी सैन्य खुफिया ने रूसी बमवर्षक विमानों को स्कैन किया. AI को प्रशिक्षित किया गया ताकि ड्रोन स्वचालित रूप से लक्ष्य को पहचानकर हमला कर सकें.

मोबाइल लॉन्च पॉइंट: ड्रोन रूस के सामरिक हवाई अड्डों के पास मोबाइल ट्रकों से लॉन्च किए गए, जिससे रूस की वायु रक्षा को चकमा देना आसान हुआ.

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कम ऊंचाई: FPV ड्रोन कम ऊंचाई पर उड़ते हैं, जिससे रडार और S-400 जैसे सिस्टम उन्हें पकड़ नहीं पाए.

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ऑपरेशन की सफलता के कारण

  • आश्चर्य: दिन में हमला करना रूस के लिए अप्रत्याशित था.
  • सस्ती तकनीक: कम लागत वाले ड्रोनों ने महंगे विमानों को निशाना बनाया.
  • AI और रणनीति: AI-आधारित ऑटो-होमिंग और मोबाइल लॉन्च पॉइंट्स ने ऑपरेशन को प्रभावी बनाया.
  • रूस की कमजोरी: रूस की वायु रक्षा छोटे, कम ऊंचाई वाले ड्रोनों को रोकने में असफल रही.

ऑपरेशन स्पाइडरवेब में यूक्रेन ने केवल 58 लाख रुपये के 116 FPV ड्रोनों से रूस के 59,000 करोड़ रुपये के 41 विमानों को नष्ट कर दिया. AI और चतुर रणनीति के साथ यूक्रेन ने साबित किया कि सस्ती तकनीक भी शक्तिशाली दुश्मन को भारी नुकसान पहुंचा सकती है. यह ऑपरेशन युद्ध रणनीति में एक नया अध्याय है.

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