गोवा के पणजी में हुए नाइट क्लब अग्निकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने खुलासा किया है कि बिर्च बाय रोमियो लेन नाइट क्लब में आग लगने की शुरुआती वजह इलेक्ट्रिक पटाखे मानी जा रही है. इस हादसे में 25 लोगों की दर्दनाक मौत के बाद पुलिस ने क्लब के चार स्टाफ मेंबर को गिरफ्तार कर लिया है.
सीएम प्रमोद सावंत ने कहा कि क्लब के चीफ जनरल मैनेजर राजीव मोदक, जनरल मैनेजर विवेक सिंह, बार मैनेजर राजीव सिंघानिया और गेट मैनेजर रियांशु ठाकुर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. इन सभी के खिलाफ लापरवाही और नियमों के उल्लंघन के आरोप लगाए गए हैं. क्लब के मालिक सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा के खिलाफ भी FIR दर्ज की गई है.
क्लब के मालिक को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक आलोक कुमार को निर्देश दिए हैं कि इस मामले में किसी भी स्तर पर ढिलाई न बरती जाए. उन्होंने यह भी बताया कि जिन सरकारी अधिकारियों ने नियमों का उल्लंघन होने के बावजूद क्लब को संचालन की अनुमति दी, उनके खिलाफ उसी दिन सस्पेंशन की कार्रवाई की जाएगी.
अग्निकांड की जांच के लिए विशेष कमेटी का गठन
राज्य के मुख्य सचिव डॉ. वी. कैंडावेलू और डीजीपी को दोषी अधिकारियों की पहचान कर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. इस भीषण हादसे की जांच के लिए राज्य सरकार ने एक विशेष कमेटी का गठन किया है, जिसमें साउथ गोवा कलेक्टर, फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज के डिप्टी डायरेक्टर और फोरेंसिक लैबोरेटरी के डायरेक्टर को शामिल किया गया है.
नाइट क्लबों के लिए जारी की जाएगी सख्त एडवाइजरी
यह कमेटी एक सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों. हॉस्पिटैलिटी सेक्टर से जुड़े सभी नाइट क्लब और भीड़भाड़ वाली जगहों के लिए सख्त एडवाइजरी जारी की जाएगी, जिसमें सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम अनिवार्य किए जाएंगे. बिना परमिशन के चल रहे क्लबों का ऑडिट भी कराया जाएगा.
मृतक के सबसे करीबी रिश्तेदार को 5 लाख का मुआवजा
सीएम ने मुआवजे का ऐलान करते हुए कहा कि हर मृतक के सबसे करीबी रिश्तेदार को 5 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार रुपए की सहायता राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण फंड से दी जाएगी. मृतकों के पार्थिव शरीर को उनके घर तक भेजने का पूरा इंतजाम सरकार करेगी. यह हादसा शनिवार रात करीब 11.45 बजे हुआ था. सभी लोगों की मौत दम घुटने से हुई थी.
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