केंद्रीय कर्मचारियों के DA कटौती पर बोले मनमोहन- एकदम गैरजरूरी फैसला

कांग्रेस ने केंद्र सरकार के इस फैसले की तीव्र आलोचना की है. मनमोहन सिंह ने कहा कि उन्हें लगता है कि इस स्टेज पर सरकारी कर्मचारियों और सैन्य बलों पर आर्थिक दबाव डालने की कोई जरूरत नहीं है. कांग्रेस पार्टी ने भी इसका विरोध किया और इस फैसले को जले पर नमक छिड़कने जैसा बताया.

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पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह (फोटो- पीटीआई) पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह (फोटो- पीटीआई)

आनंद पटेल

  • नई दिल्ली,
  • 25 अप्रैल 2020,
  • अपडेटेड 12:01 PM IST

  • राहुल के बाद मनमोहन भी डीए कटौती के विरोध में
  • सरकारी कर्मचारियों पर आर्थिक दबाव गैरजरूरी
  • बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट निलंबित करे सरकार-राहुल
केंद्र सरकार के कर्मचारियों का महंगाई भत्ता रोकने के लिए राहुल गांधी के बाद पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने भी नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना की है. पूर्व पीएम डॉ मनमोहन सिंह ने कहा है कि मौजूदा वक्त में सरकारी कर्मचारियों को आर्थिक रूप से मुश्किल में डालना गैरजरूरी है. इससे पहले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी मोदी सरकार के इस फैसले को अमानवीय और असंवेदनशील कहा था.

डीए पर केंद्र सरकार ने लगाई रोक

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केंद्र सरकार ने गुरुवार को 50 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 61 लाख पेंशनभोगियों को दिए जाने वाला महंगाई भत्ता रोकने का फैसला किया था. सरकार के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से सरकार पर पड़े आर्थिक बोझ के कारण ये फैसला लिया गया है. केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों पर ये रोक जून 2021 तक लागू रहेगी. इस कटौती की वजह से केंद्र और राज्य सरकार के खजाने को लगभग सवा लाख करोड़ रुपये की बचत होगी.

DA पर कैंची: 1.20 लाख करोड़ की होगी बचत, मजबूत होगा सरकारी खजाना

18 महीने तक नहीं बढ़ेगा महंगाई भत्ता

कर्मचारियों को 17 की बजाए 21 फीसदी महंगाई भत्ता मिलने की उम्मीद थी. लेकिन अब सरकार ने इस बढ़ोतरी पर रोक लगा दी है. इसकी वजह से अब केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को करीब 18 महीने तक सिर्फ 17 फीसदी के हिसाब से महंगाई भत्ता मिलेगा.

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सरकारी कर्मचारियों पर क्यों डाला आर्थिक दबाव

कांग्रेस ने केंद्र सरकार के इस फैसले की तीव्र आलोचना की है. मनमोहन सिंह ने कहा कि उन्हें लगता है कि इस स्टेज पर सरकारी कर्मचारियों और सैन्य बलों पर आर्थिक दबाव डालने की कोई जरूरत नहीं है. कांग्रेस पार्टी ने भी इसका विरोध किया और इस फैसले को जले पर नमक छिड़कने जैसा बताया.

पढ़ें- राहुल गांधी का वार- बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट रोकने की बजाय DA पर कैंची चलाना अमानवीय कदम

बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट फिलहाल रोके सरकार

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा था कि लाखों करोड़ की बुलेट ट्रेन परियोजना और सेंट्रल विस्टा परियोजना को निलंबित करने की बजाय कोरोना से जूझ कर जनता की सेवा कर रहे केंद्रीय कर्मचारियों, पेंशन भोगियों और देश के जवानों का महंगाई भत्ता काटना सरकार का असंवेदनशील तथा अमानवीय निर्णय है.

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