कोरोना संकट के बीच लगातार 6 महीने तक गिरावट के बाद सितंबर में देश का निर्यात सालाना आधार पर 5.27 फीसद बढ़कर 27.4 अरब डॉलर पर पहुंच गया है. इस दौरान आयात 19.6 प्रतिशत घटकर 30.31 अरब डॉलर पर आ गया. वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है.
वहीं समीक्षाधीन महीने में व्यापार घाटा कम होकर 2.91 अरब डॉलर पर आ गया है. सितंबर- 2019 में व्यापार घाटा 11.67 अरब डॉलर रहा था. पिछले साल सितंबर में निर्यात 26.02 अरब डॉलर रहा था.
आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही अप्रैल-सितंबर के दौरान निर्यात में 21.43 फीसदी की गिरावट आई है, यह 125.06 अरब डॉलर रहा है. वहीं पहली छमाही में आयात 40.06 फीसद घटकर 148.69 अरब डॉलर रहा है.
आंकड़ों के अनुसार सितंबर में लौह अयस्क का निर्यात 109.52 प्रतिशत, चावल का 92.44 प्रतिशत, ऑयल मील 43.9 प्रतिशत और कालीन का 42.89 प्रतिशत बढ़ा. इसी तरह फार्मा निर्यात में 24.36 प्रतिशत, मांस, डेयरी और पॉल्ट्री उत्पादों के निर्यात में 19.96 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई.
इस दौरान तंबाकू का निर्यात 11.09 प्रतिशत, पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात 4.17 प्रतिशत, इंजीनियरिंग सामान का 3.73 प्रतिशत, रसायन का 2.87 प्रतिशत और कॉफी का निर्यात 0.79 प्रतिशत बढ़ा.
मंत्रालय ने कहा कि सितंबर में कच्चे तेल का आयात 35.92 प्रतिशत घटकर 5.82 अरब डॉलर रह गया. चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में कच्चे तेल का आयात 51.14 प्रतिशत घटकर 31.85 अरब डॉलर पर आ गया.
सितंबर में गैर-तेल आयात 14.41 प्रतिशत घटकर 24.48 अरब डॉलर रहा. शुरुआती आंकड़ों के अनुसार पहली छमाही में गैर-तेल आयात 36.12 प्रतिशत घटकर 116.83 अरब डॉलर पर आ गया. सितंबर में सोने के आयात में 52.85 प्रतिशत की गिरावट आई. कोविड-19 महामारी की वजह से वैश्विक मांग कमजोर रहने से मार्च से निर्यात में लगतार गिरावट आ रही थी.