हिम्मत और हौसले से इंसान कुछ भी हासिल कर सकता है. यह कर दिखाया है गोरखपुर के जंगल कौड़िया में राकू खोर गांव की रहने वाली एक सफल महिला किसान कोईला देवी ने. मजदूरी करने से लेकर कोईला देवी ने सफल किसान बनने तक का रास्ता तय किया. वैज्ञानिक तकनीक के इस्तेमाल से सब्जियों की खेती की शुरुआत की. जैविक खाद बना कर खुद बेचना शुरू कर बढ़िया मुनाफा कमाना शुरू कर दिया.
कोईला देवी को मिल चुका है उत्कृष्ट किसान सम्मान
कोईला देवी को साल 2019 में "उत्कृष्ट किसान सम्मान" भी मिला. अब वह कई समूहों से जुड़कर अन्य किसानों की भी मदद कर रही हैं. उनके साथ 13 महिलाएं जुड़कर खेती की बारीकियां सीख कर बढ़िया मुनाफा कमा रही हैं. कभी मजदूरी करने वाली कोईला देवी ने दो बीघा खेत भी खरीद लिया है. फिलहाल, वह धान, मूंगफली, गेहूं, सरसों की खेती कर रही हैं.
कोईला देवी किसानों के लिए बनी प्रेरणा
कोईला देवी की सफलता आसपास के किसानों के लिए प्रेरणा बन रही है. किसान उनसे दूर-दूर से खेती की बारीकियां सीखने आते हैं. वह उन किसानों के लिए मिसाल हैं चुनौतियों और संसाधनों के अभाव में खेती से भागने का प्रयास करते हैं. कोईला देवी की मेहनत ने आज उन्हें सफल महिला किसान बना दिया है.
जैविक खाद बेचकर भी बढ़िया मुनाफा कमाती हैं कोईला देवी
बता दें कि कोईला देवी सब्जियों और सीजनन फसलों की खेती के अलावा जैविक खाद भी बनाती हैं. वह इस जैविक खाद को किसानों को बेचती हैं. इससे किसानों को सस्ते दाम पर जैविक खाद तो उपलब्ध होती है. साथ ही कोईला देवी को भी अच्छा मुनाफा हो रहा है. वहीं, कोईला देवी के इस प्रयास से किसानों के बीच जैविक खेती को भी बढ़ावा दिया जा रहा है.