Rooftop Farming Subsidy: सरकार अब शहरी क्षेत्रों में भी लोगों को खेती-किसानी से जोड़ना चाहती है. इसी कड़ी आजकल शहरी क्षेत्रों के लोगों को छतों पर बागवानी की शुरुआत करने के लिए बंपर सब्सिडी दी जा रही है. बिहार सरकार छत पर बागवानी योजना के अंतर्गत ₹50,000 इकाई लागत पर 50 प्रतिशत की सब्सिडी दे रही है.
छतों पर बागवानी के लिए दिए जाएंगे 25 हजार रुपये
₹50,000 इकाई लागत पर 50 प्रतिशत का हिसाब लगाएं तो लोगों को 25 हजार रुपये दिए जाएंगे. इच्छुक लोग बिहार हॉर्टिकल्चर विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर इस योजना के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
'छत पर बागवानी योजना का लाभ उठायें
— IPRD Bihar (@IPRD_Bihar) January 23, 2023
जैविक फल और सब्जी का आनंद उठायें।'@Agribih @saravanakr_n #BiharAgricultureDept pic.twitter.com/YD6jo54WzC
इस तरीके से करें छत पर खेती
बता दें कि छत पर सब्जियां उगाकर शहरी क्षेत्र के लोग भी बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं. पालक आलू, टमाटर, हरी मिर्च, पुदीना, तोरई, भिंडी जैसे हरी सब्जियां बड़े ही आसानी से छत पर उगाया जा सकता है. इन सब्जियों को छतों पर उगाने के दो तरीके हैं. पहला तरीका है ऑर्गेनिक, इसमें सब्जियों को बोरी, ट्रे और मटके और गमलों में मिट्टी के अंदर लगाया जाता है. इसके विकास के लिए जैविक खाद का प्रयोग किया जाता है.
इन तकनीकों के माध्यम से छतों पर की जा सकेगी खेती
हाइड्रोपोनिक तकनीक से भी छतों पर सब्जियां उगाई जा सकती हैं. इस तकनीक की खासियत है कि इसमें पौधों को लगाने के लिए मिट्टी की आवश्यकता ही नहीं पड़ती. इसमें पानी की सहायता से फल और सब्जियां उगाई जाती हैं. इसके अलावा जलवायु नियंत्रण की जरूरत नहीं होती है. हाइड्रोपोनिक खेती करने के लिए करीब 15 से 30 डिग्री तापमान की आवश्यकता होती है. इसमें 80 से 85 प्रतिशत आर्द्रता वाली जलवायु में इसकी खेती सफलतापूर्वक की जा सकती है.